251 दिन के आन्दोलन में सत्याग्रह का 33वां दिन – रामपाल जाट

     नई दिल्ली. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में जंतर-मंतर, नई दिल्ली पर किसानो की ओर से आरंभ किये सत्याग्रह को एक माह पूर्ण हो चुका है. इसमें राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर-प्रदेश के 370 किसानो ने भागीदारी की. सत्याग्रह के प्रथम दिन 5 जुलाई को सत्याग्रहियों ने जंतर-मंतर पर दिन के 12 बजे से सांय 5 बजे तक अपना पड़ाव रखा तथा उस दिन पुलिस प्रशासन के साथ किसानो के शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री कार्यालय में उपस्थित होकर अपना ज्ञापन सौंपा.

     सत्याग्रह के दूसरे दिन 6 जुलाई को सत्याग्रहियों को मेट्रो स्टेशन पटेल चौक पर पंहुचते ही पुलिस प्रशासन ने घेरेबंदी कर अभिरक्षा में लेकर पुलिस थाना संसद मार्ग पर सांय 7 बजे तक निरुद्ध रखा I यह क्रम पूरे महीने चला है I कभी जंतर-मंतर पहुचने पर तो कभी मेट्रो स्टेशन पटेल चौक पर से अभिरक्षा में लेकर दिन भर पुलिस थाना संसद मार्ग पर निरुद्ध रखे जाने पर भी सत्याग्रहियों का संकल्प को डिगा नहीं वरन अधिक मजबूत हुआ

मेट्रो यात्रा में भी प्रताड़ना

किसान महापंचायत के कार्यालय सचिव गोपाल सैनी ने बताया कि सत्याग्रहियों को एक दिन तो अर्जन गढ़ मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो रुकवा कर दिन भर पुलिस थाना फतेहपुर बेरी में निरुद्ध रखा गया। इसी प्रकार तीन दिनो तक मेट्रो में यात्रा करने से रोकने के लिए बाधा उत्पन्न की गई। बड़ी आयु के सत्याग्रहियों को भी लगभग तीन घंटे तक मेट्रो स्टेशन पर खड़ा रखा गया । ये कष्ट सत्याग्रहियों को अपनी पहचान नही छिपाने एवं सत्य बोलने के कारण झेलनी पड़ी । इतने कष्टों के उपरांत भी सत्याग्रही अपने आचरण -व्यवहार को श्रेष्ठतर बनाने के लिए प्रतिदिन प्रात: 8 बजे नियमित रूप से चिंतन करते है, योजना बनाते है, फिर समीक्षा करते है।

आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि दिल्ली प्रशासन को 19 मार्च से अबतक जंतर-मंतर पर सत्याग्रह की अनुमति के लिए 8 से अधिक बार आवेदन किये जा चुके है, जिनमे दिल्ली के उपराज्यपाल को ज्ञापन देकर पक्ष प्रस्तुति भी सम्मिलित है। रोचक तथ्य यह है कि जंतर-मंतर पर जुलाई में आवेदन करने वालों को तो अनुमति दे दी गई, जबकि 4 माह पूर्व के आवेदन पर अब तक अनुमति प्रदान नही की गई। जिसके सत्याग्रहियों को प्रतिदिन ढाई घंटे चलने/यात्रा करने की पीड़ा को भी झेलना पड़ रहा है।

आज 33 वे दिन भी सत्याग्रहियों को पुलिस ने अभिरक्षा मे लेकर पुलिस थाना संसद मार्ग मे निरुद्ध रखा हुआ है. ज्ञात रहे कि 251 दिन पूर्व राजस्थान से सब से पहले 28 नवम्बर 2020 को किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व मे किसानो ने नई दिल्ली जंतर मंतर के लिए कूच किया था, तभी से देश के किसानो के साथ राजस्थान के किसान निरंतर आंदोलनरत है।