सत्याग्रह का 50 वां दिन - दिल्ली कूच आंदोलन का 268 वां दिन

 News from - गोपाल सैनी  (कार्यालय सचिव - किसान महापंचायत)

     नई दिल्ली--

"जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली।

जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली ।।"

     यह गीत तब याद आया जब कल 22 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन पुलिस थाना संसद मार्ग, नई दिल्ली पर न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए सत्याग्रह करने वाले अपना घर परिवार छोड़कर पुलिस थाने में निरुद्ध थे। इसी पुलिस थाने में भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु जिस लॉक अप (बैरिक)  में बंद रहे थे, उसी की सलांखों को रक्षा सूत्र बांधते हुए शहीदों को नमन कर रहे थे।

     आज भी सत्याग्रहियों को अभिरक्षा में लेकर पुलिस थाना संसद मार्ग में निरुद्ध रखा हुआ है। जिनमे निम्न सत्याग्रही प्रमुख हैं. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मुसद्दी लाल यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष छीतर लाल गुर्ज , प्रचार प्रसार मंत्री मिश्री लाल गुर्जर, प्रदेश मंत्री बत्तीलाल बैरवा, छोटू लाल चौहान बीकानेर से एवं हरियाणा से समाजसेवी इन्द्रजीत नेहरा।

     आज झुंझुनू के शिक्षाविद एवं राजनेता पूर्व प्रधान बजरंग लाल नेहरा ने अपने सहयोगी दिलीप सिंह के साथ पुलिस थाना संसद मार्ग, नई दिल्ली पहुँच कर सत्याग्रह को अपने एवं अपने जिले के किसानों की ओर से समर्थन दिया।