छत्तीसगढ़ सत्ता-संगठन में मनोनयन हेतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आज दिल्ली काग्रेंस हाईकमान से मुलाकात

News from - भूपेन्द्र औझा

     काग्रेंस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, संगठन महामंत्री वेणुगोपाल से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुलाकात करेंगे, राहुल गांधी से भेट की भी संभावना

     मध्यप्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीते दिन कल सोमवार को दिल्ली राहुल गांधी से मुलाकात-लम्बी बातचीत की

     भीलवाड़ा। छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद सत्ता में आई काग्रेंस मे ढाई ढाई बरस मुख्यमंत्री फार्मूले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ओर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मे खिचतान मंची है। वहीं छत्तीसगढ़ में काग्रेंस सरकार का आधा कार्यकाल गुजर जाने के बावजूद अब तक लटके पडे प्रदेश संगठन का विस्तार और सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करने बाबत प्रदेश के बोर्ड-निगमों एवम सरकारी महकमों मे काग्रेंस नेता-कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की मांग जोर पकड रही हैं। छत्तीसगढ़ में काग्रेंस के कई नेता सत्ता और संगठन दोनो के पदो पर बैठे हैं। जिसे वहां के नेताओं एवम कार्यकर्ताओं द्वारा नाराजगी जताई जा रही हैं। छत्तीसगढ़ काग्रेंस के इन्ह मसलो के हल हेतु काग्रेंस हाईकमान ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को दिल्ली तलब किया है। दोनों मुख्यमंत्री-स्वास्थ्य मंत्री बकायदा सोमवार रात दिल्ली भी पहुंच गए हैं।

     काग्रेंस के आलासूत्र मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज मंगलवार को पहले छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात करेगे और फिर दोनों काग्रेंस राष्ट्रीय संगठन महामंत्री वेणुगोपाल के साथ  मुलाकात-चर्चा करेंगे। उसमे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के भी भाग लेने की संभावना है। बाद मे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल काग्रेंस सूप्रीमो राहुल गांधी से भी भेट कर सकते है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरोना की दुसरी लहर से पहले तकरीबन तीन महीने पहले दिल्ली आये थे और तब बेघल ने काग्रेंस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की इस दिल्ली यात्रा को छत्तीसगढ़ काग्रेंस के सत्ता-संगठन मसले को निपटारे के मद्देनजर खासा अहमः माना जा रहा है। काग्रेंस हाईकमान द्वारा पंजाब, उतराखंड, छत्तीसगढ़ मे काग्रेंस विवाद का हल करने की मशक्कत से राजस्थान में काफी समय से प्रतिक्षारत मंत्रिमंडल विस्तार-प्रदेश बोर्ड-निगमों ओर काग्रेंस जिलाध्यक्ष के फैसलों को भी काग्रेंस सूप्रीमो द्वारा जल्द निपटाने की उम्मीद जगी हैं?