News from - गोपाल सैनी (कार्यालय सचिव-किसान महापंचायत)
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखवीर सिंह बादल मिले सत्याग्रहियों से
सत्याग्रह के 75 दिन – जयपुर से दिल्ली कूच के 293 दिन
नई दिल्ली. देश में एक ओर स्वतंत्रता के 75 वर्ष के उपलक्ष में अमृत महोत्सव चल रहा है. दूसरी ओर 75 दिनों से किसानों को अभिरक्षा में लेकर दिनभर पुलिस थानों में निरुद्ध किया जा रहा है। भारतीय संविधान में प्रदत जीवन एवं स्वतंत्रता के मूल अधिकारों की रक्षा ‘दूर की कौड़ी’ हो गई है। 75 वर्षों में भी देश के व्यक्ति की मूलभूत अधिकारों की रक्षा करने की स्थिति नहीं बनी बल्कि उन पर हो रहे प्रहारों को रोकने में भी व्यवस्था विफल रही है। यह स्तिथि तो तब है जब सत्य-शांति-अहिंसा के आधार पर सत्याग्रह चल रहा है। अनेकों बार आवेदन करने के उपरांत भी प्रशासन द्वारा सत्याग्रह के लिए जंतर-मंतर पर स्थान उपलब्ध कराने की अनुमति प्रदान नहीं की गई।
इसके संबंध में पुलिस कमिश्नर दिल्ली तथा उपराज्यपाल दिल्ली को भी लिखित में ज्ञापन द्वारा निवेदन किया जा चुका है। इतना ही नहीं तो किसान महापंचायत द्वारा उच्चतम न्यायालय में 27 जुलाई को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 के अधीन याचिका प्रस्तुत की गयी है। याचिका को 51 दिन होने के उपरांत अभी तक सर्वोच्च न्यायालय में प्रथम सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं हुई है। एक अंतरिम आवेदन प्रस्तुत करते हुए माँग की गयी है कि किसान महापंचायत को अंतरिम रूप में जंतर मन्तर पर सत्याग्रह करने की अनुमति दी जावे। यहाँ यह उल्लेखित करना महत्वपूर्ण है कि बाद में प्रस्तुत हुई याचिकाओं में सुनवाई हो रही है जिनमें से कुछ याचिका निस्तारित भी हो चुकी हैं।
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(पुलिस थाना संसद मार्ग नई दिल्ली में सत्याग्रहियों से मिले पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल) |
आज के सत्याग्रह में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के अतिरिक्त प्रदेश अध्यक्ष मुसद्दी लाल यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष छीतर लाल गुर्जर, प्रदेश मंत्री बत्ती लाल बैरवा, प्रदेश प्रचार प्रचार मंत्री मिश्री लाल गुर्जर, टोंक जिले के समाजसेवी गोपी लाल जाट तथा हरियाणा के समाजसेवी इंद्रजीत नेहरा को थाने में निरुद्ध किया गया है।
(किसान आंदोलन में शहीदों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देते हुए सत्याग्रही जंतर मंतर नई दिल्ली पर) |