जयपुर। निजी स्कूलों की फीस को लेकर संघर्ष कर रहे अभिभावकों के प्रमुख संगठन संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर चल रहे पटवार भर्ती परीक्षा को लेकर राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की व्यवस्थाओ पर तंज कसा और अव्यवस्थाओ को लेकर राज्य सरकार को घेरा।
अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि पटवार भर्ती परीक्षा की आड़ लेकर राज्य सरकार और प्रशासन ने प्रदेश की 8 करोड़ जनता को जबर्दस्ती परेशान किया, तमाम दावों और वादों के बावजूद परीक्षाओं में नकल रोकने में सिस्टम पूरी तरह से फेल रहा। हर बार कानून रक्षक ही भक्षक निकलते है और सरकार केवल खानापूर्ति के कागजी कार्यवाही कर पल्ला झाड़ लेती है। किन्तु नेटबंदी के चलते ना केवल प्रदेश के बड़े से बड़ा कारोबारी बल्कि छोटे से छोटा दुकानदार भी परेशान रहे। नेटबंदी का असर पटवार परीक्षा दे रहे अभियार्थियो पर भी बहुत से अभियार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए क्योकि वह अपना एडमिट कार्ड नही निकलवा पाए, इस नेटबन्दी का असर स्कूलो और कॉलेज में पढ़ रहे 1 करोड़ से अधिक विधार्थियो पर भी पड़ा है जिनकी ऑनलाइन क्लास बन्द रही। राज्य सरकार प्रदेश में सिस्टम बनाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है, केवल खानापूर्ती करने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र कर प्रदेश का गुमराह किया जा रहा है। ना युवाओ को न्याय मिल रहा है ना अभिभावकों और ना ही स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को, सुप्रीम कोर्ट का आदेश आये 6 महीने हो चुके है सरकार उस तक कि पालना सुनिश्चित नही करवा पाई और व्यवस्था तो बाद कि बात है। बेहतर होता राज्य सरकार और प्रशासन परीक्षा केंद्रों पर जैमर की व्यवस्था करती। केवल यही नही सरकार जितनी बार भी नेटबन्दी करती है उसका फायदा मोबाइल नेटवर्क कंपनियों को होता है वो नुकसान भी जनता को ही भोगना पड़ता है। रीट परीक्षा का महोत्सव रखने वाले हर बार परीक्षाओं में गड़बड़ियां रोकने में नाकाम साबित हो रहे है और इसकी सज़ा आमजन को भोगनी पड़ रही है।