News from - पिंटु यादव अधिवक्ता (प्रदेश महामंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक-युवा किसान महापंचायत)
दीपावली पर भी बाजरा खरीद की नहीं हुई घोषणा - अब किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में 9 नवंबर, मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास का होगा घेराव
Jaipur - इस वर्ष किसानों ने 37.36 लाख हेक्टेयर भूमि में बाजरा बोया था। सरकारी अनुमान के अनुसार संभावित उत्पादन 44.87 लाख मैट्रिक टन है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 2250 रुपये घोषित किया है। सरकारी खरीद नहीं होने से किसानों को अपना बाजरा 1300-1400 रुपए प्रति क्विंटल पर ही बेचना पड़ रहा है। किसानों को एक क्विंटल पर ही 850 से लेकर 950 रुपये का घाटा उठाना पड़ रहा है. इतना ही नहीं तो किसानों को एक क्विंटल की प्राप्त होने वाली राशि सरकार द्वारा आकलित उत्पादन खर्च 1550 रुपए प्रति क्विंटल से भी कम है यानि किसानों को बाजरा का उत्पादन खर्च भी नहीं मिल रहा है।
यह स्थिति तो तब है जब सरकार संसद में अनेक बार लिखित उत्तर दे चुकी है कि बाजार में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम भाव होने पर सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करेगी। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दामों में अपनी उपज बेचने को विवश नहीं होने देंगे। यह भी उल्लेखनीय है कि राजस्थान के पड़ोसी राज्यों हरियाणा, गुजरात तथा मध्य प्रदेश में बाजरा की खरीद हो रही है या कमी मूल्य भुगतान की पूर्ति के लिए भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत न्यूनतम समर्थन मूल्य प्राप्ति की व्यवस्था है। राजस्थान देश के कुल उत्पादन में से 40% से अधिक बाजरा उत्पादन करता है।