सभी प्रकार के नशे व व्यसन का त्याग वर्तमान की जरूरत – बाबा उमाकांत जी महाराज

 News from - मुकुट बिहारी वर्मा 

     जयपुर. बाबा जयगुरुदेव उमाकांत जी महाराज उज्जैन आश्रम के आह्वान पर आज जयपुर में एन. बी.सी के सामने शांति पार्क में शाकाहारी व नशा मुक्ति सम्मेलन आयोजित किया गया। इस मौके पर बाबा जयगुरुदेव संगत जयपुर, के ज़िम्मेदार डॉ. मनु शरद पाठक ने बताया कि भारत जैसे धार्मिक देश में वर्तमान में जो युवा पीढ़ी का नशे और मांसाहार की ओर प्रचलन पतन का कारण बन सकता है। अगर मांसाहार बंद नहीं किया गया तो लोगों मैं बीमारियां ऐसी आएंगी जैसे चट मंगनी पट ब्याह और लोगों को पता ही नहीं चलेगा कि कब जीवन लीला समाप्त हो गई।

     इस अवसर पर संगत के अन्य वक्ताओं ने बताया कि शाकाहारी व नशा मुक्ति को मांसाहार से तुलनात्मक सांस्कृतिक, धार्मिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उत्तम बताया। शाकाहारी भोजन शरीर में सकारात्मक ऊर्जा व शुद्ध विचारों का संचार करता है. शाकाहारी जीवन शैली से दया भाव व सहन करने की शक्ति मजबूत होती है. इसलिए नशे व व्यसन का त्याग वर्तमान की जरूरत है। 

     शाकाहारी सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर निगम हेरिटेज की मेयर श्रीमती मुनेश गुर्जर सहित सभी लोगों को शाल, साफा, माला पहनाकर स्वागत किया गया और गुरुजी का  नव वर्ष का कैलेंडर, डायरी व प्रसाद भेंट किया गया।

     पार्षद हेमेंद्र खोवाल वार्ड 39, पार्षद श्रीमती सुनीता शेखावत वार्ड 44, पार्षद आरिफ खान वार्ड 45, पूर्व पार्षद अखिलेश दुबे, पूर्व पार्षद हेमंत पाबड़ी, शांति नगर सेवा समिति अध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा, सीताराम सैनी अध्यक्ष माली समाज जयपुर, पंडित जगदीश प्रसाद शर्मा रिटायर्ड तहसीलदार, कैलाश शर्मा, कैलाश पारीक, प्रमोद शर्मा, बंसी सैनी, चंद्रप्रकाश खडोलिया, विनय सैनी, प्रदीप शर्मा आदि अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे । समापन पर पौष बड़ा प्रसादी बांटी गई। सम्मेलन में सभी अतिथियों ने विजिटर बुक पर अपने विचार प्रस्तुत किए।