बालाजी सेवा आयुर्वेदिक केंद्र कोटा में एक नई शुरुआत

 News from - Sanjay 

     कोटा.  वैद्य संजय सोनी ने बताया कि बालाजी सेवा आयुर्वेदिक केंद्र, कोटा में अब एक नई शुरुआत होने जा रही है. शहर में अब पंचकर्म के द्वारा बीमारियों का उपचार किया जायेगा. इस क्रम के प्रथम चरण में  नस्य क्रिया के द्वारा बीमारियों के उपचार डॉक्टर सोनिया मींड (BAMS MD NIA Jaipur) के द्वारा किया जाएगा।

     नस्य - औषधियुक्त स्नेह को नाक के मार्ग से देने को नस्य कहा जाता है. नासा मार्ग से दी गई औषधि सिर तथा संपूर्ण शरीर से दोषों का निष्कासन करती है. यह पंचकर्म का एक कर्म है जो कि सिर, गला, आंख, नाक तथा कान की व्याधियों में विशेषतया लाभ पहुंचाती है.

     नस्य कर्म सिर दर्द, माइग्रेन, अकाल बालों का सफेद होना, बाल गिरना, शिर कम्प, सर्दी-खांसी, पुराना जुकाम, मिर्गी के दौरे की बीमारी, सर्वाइकल स्पॉन्डलाइटिस, नाक में पॉलिप होना, पार्किनसन्स आदि रोगों में लाभकारी होता है ।