सत्ता का फायदा उठा प्रश्न पत्रों के जरिए पार्टी का प्रचार कर रही अशोक गहलोत सरकार - अभिषेक जैन बिट्टू

 News from - अभिषेक जैन बिट्टू 

राज्य सरकार बोर्ड परीक्षाओं के जरिए पार्टी से संबंधित सवाल पूछकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है - संयुक्त अभिभावक संघ


     जयपुर। राज्य में इन दिनों 12 वीं आरबीएसई बोर्ड परीक्षाएं चल रही है इसी के अंतर्गत 21 अप्रैल को राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा का आयोजन था, राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा के पेपर में राज्य की कांग्रेस सरकार ने कांग्रेस पार्टी से जुड़े 6 सवाल पूछे, जिसकी जानकारी मिलने के बाद प्रदेश में अब राज्य सरकार, शिक्षा विभाग और आरबीएसई बोर्ड का विरोध होना भी शुरू हो गया है। अभिभावकों के प्रमुख संगठन संयुक्त अभिभावक संघ ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राजनीतिक विज्ञान के पेपर में पार्टी से सम्बन्धित पूछे गए 6 सवालों का विरोध करते हुए कहा की " राज्य सरकार प्रदेश में सत्ता का फायदा उठा शिक्षा विभाग और आरबीएसई बोर्ड को कठपुतली बना छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। "

      प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा राज्य की अशोक गहलोत सरकार 12 वीं बोर्ड परीक्षाओं को पार्टी के प्रचार का माध्यम बना रही है जो पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है। संयुक्त अभिभावक संघ राज्य सरकार के इस कदम की घोर निन्दा करता है और 21 अप्रैल को हुए राजनीतिक विज्ञान के पेपर को रद्द कर दुबारा शिक्षा के अंतर्गत राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा करवाने की मांग करता है। इस संदर्भ में संयुक्त अभिभावक संघ जिलाधीश के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन भी देगा।

     प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा की राज्य सरकार सत्ता का नाजायज फायदा उठा अब परीक्षाओ के जरिए पार्टी से सम्बन्धित सवाल कर ना केवल पार्टी का प्रचार - प्रसार कर रही बल्कि राज्य सरकार, शिक्षा विभाग और आरबीएसई बोर्ड छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश में अभिभावकों के न्याय करने की बजाय भविष्य के नवीन वोटरों को लुभाने के लिए पार्टी का प्रचार करने में जुटी है जबकि वह प्रदेश की जनता और अभिभावकों को न्याय दिलवाने का काम करें तो छात्रों की शिक्षा से खिलवाड़ करने की आवश्यकता राज्य सरकार को नही पड़ती किंतु सरकार केवल जनता को बरगलाने के लिए झूठे प्रचार - प्रसार के लिए अब परीक्षाओ को अपनी मार्केटिंग का अंग बना रही है। जिसकी प्रदेश का अभिभावक निंदा करता है।