जयपुर। देश के किसानों की ओर से किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की समाधि को किया नमन । घर पहुंच कर मुंडिया गांव में स्वर्गीय कर्नल करोड़ी सिंह बैंसला को किये पुष्प अर्पित, परिजनों से मिले । आंदोलन के संघर्ष की घटनाओं को किया साझा ।
खेङला बुजुर्ग पर गाड़ी के चारों पहियों की हवा निकाल कर घंटों घेराव में फंसे रहने के उपरांत भी बिना घबराहट के किए हुए संघर्ष को किया स्मरण । उसी प्रकार उसी दिन श्री महावीरजी में 1 किलोमीटर दूरी तक लाठी व गन्ङासियों के बीच गाड़ी के साथ हाईजैक करने के उपरांत घंटों नाराज लोगों का सामना करने की घटना की भी हुई चर्चा । लोगों में यह रोष बयाना स्टेशन के पास पीलूपुरा मैं रोकी हुई मालगाड़ी को रवाना करने के कारण उत्पन्न हुआ, इस मालगाड़ी मे विस्फोटक भरा हुआ था, जरा सी चिंगारी भी आसपास के क्षेत्र को कर सकती थी तबाह ।
उस समय जेल भरो आंदोलन के क्रम में कर्नल बैंसला अजमेर जेल में थे । उनको यह गोपनीय जानकारी दी गई तो वे उस मालगाड़ी को रवाना करवाने के लिए तैयार हो गए. तब अजमेर जेल से शाम को एक जीप में सादा वेश में पुलिस इंस्पेक्टर के साथ पीलूपुरा के लिए प्रस्थान कर पूरी रात चलने के उपरांत प्रातः 5:00 बजे पहुंचकर गाड़ी को रवाना करवाया । इस घटना की जानकारी जैसे ही लोगों तक पहुंची तो रोष उत्पन्न हो गया । सबसे पहले करौली के रास्ते में गुडला गांव पर जाम मिला, उसे हटवाया फिर निरंतर ये घटनाएं हुई , जिनके कारण जयपुर भी दिन अस्त होने के उपरांत पहुंच कर भोजन किया। दिन भर अल्पाहार तक भी संभव ना हुआ, फिर रात तक पहुंचे वापस अजमेर जेल ।
इस दिन उस समय गाड़ी में मेरे अतिरिक्त कर्नल साहब की टीम के चार पांच लोग ही थे । यह संस्मरण जीवन पर्यंत मेरे मानस पटल पर बना रहेगा। इन चर्चाओ से लोगों के चेहरों पर चमक आ गई व कर्नल के प्रति श्रद्धा बढ़ गई ।