बांदीकुई की घटना के बाद संयुक्त अभिभावक संघ की अपील

News from - अभिषेक जैन बिट्टू 

बच्चों की सुरक्षा के लिए इंतज़ार ना करें, सावधानी स्वयं बरते अभिभावक

बच्चे और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर दिए सुझाव

     जयपुर। स्मार्टनैस होना जहां फायदेमंद है वही सबसे बड़ा नुकसान दायक भी लगातार साबित हो रहा है। कतर से प्रदेश के बांदीकुई में 13 वर्षीय बच्ची को किडनैप करने की योजना ने एक बार फिर अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है। अभिभावकों को जेहन में अब प्रश्न है की बच्चों की सुरक्षा कैसे करें? जिसको लेकर संयुक्त अभिभावक संघ ने प्रदेश के अभिभावकों को सामूहिक अपील जारी करते हुए बच्चों की सुरक्षा को किसी का इंतज़ार नही करने और स्वयं के स्तर पर सावधानी बरतने की बात कही साथ ही सुरक्षा को लेकर कुछ जरूरी सुझाव भी दिए है। 


     प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि प्रत्येक परिवार के लिए बच्चे जितने जरूरी है, उतनी जरूरी उनकी सुरक्षा है। इसमें कुछ भी लापरवाही बरती गई तो दोष किसी को आसानी से दिया जा सकता है किंतु अभिभावक अपनी लापरवाहियों को दोष नही देते है। इस लापरवाही के चलते ना केवल बच्चों की सुरक्षा में सेंध लगती है बल्कि परिवारों के लिए भी संकट खड़ा हो जाता है। इन दिनों स्मार्ट फोन का चलन बहुत जोरो पर जो बच्चों की स्मार्टनेस के लिए तो अच्छा है किंतु उनकी सुरक्षा को लेकर उतना ही खतरा साबित हो रहा है। अभिभावकों को बच्चों से स्मार्टफोन को दूर करना चाहिए और बच्चों का पूरा ध्यान किताबों और पढ़ाई पर लगाना चाहिए। बच्चे क्या कर रहे है उसकी जानकारी रखनी चाहिए। 

अभिभावक इन विषयों पर बरते सावधानी

     अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा में लग रही सेंध को काफी हद तक रोका जा सकता है किंतु उसके लिए अभिभावकों को अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा तभी बच्चों को सुरक्षित रखा जा सकता है। संयुक्त अभिभावक संघ इस संदर्भ में अभिभावकों से इन बिंदुओं पर गौर करने की अपील करता है।

1) आपके स्मार्ट मोबाइल में केवल जरूरी एप्स ही डॉउनलोड करें।

2) बिना जानकारी लिए कोई भी एप्स डाउनलोड बिल्कुल भी ना करे।

3) बिना जानकारी लिए अपनी जानकारियां बिल्कुल भी सार्वजनिक ना करें।

4) कोशिस करें किसी को व्यक्तिगत जानकारी बिल्कुल भी ना देंवे।

5) बच्चों को सुरक्षित रखना चाहते है तो ऑनलाइन गेम और पढ़ाई बिल्कुल बंद कर देंवे।

6) बच्चों को स्मार्ट फोन से बिल्कुल भी ना देने का प्रयास करें।

7) स्मार्ट मोबाइल ने प्रत्येक नागरिक का जीवन और परिचय बिल्कुल सार्वजनिक कर दिया है, बेहतर होगा सोश्यल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारियां कम से कम शेयर करें। 

8) बच्चे और बच्चियों का ज़्यादातर समय किताबों में लगवाए।

9) बच्चे कब और क्या कर रहे है उसकी पूरी जानकारी रखें।

10) अभिभावक ज़्यादा से ज़्यादा समय बच्चों संग बिताए।