मुंशी प्रेमचंद साहित्य रत्न सम्मान

  News from - Arun Saxena

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राजस्थान द्वारा मुंशी प्रेमचंद साहित्य रत्न सम्मान

     जयपुर। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, राजस्थान द्वारा प्रथम बार मुंशी प्रेमचंद साहित्य रत्न सम्मान का आयोजन किया जा रहा है. इसमें सभी कायस्थ बंधू भाग ले सकते हैं. कार्यक्रम के संयोजक अरुण सक्सेना ने बताया कि सभी कायस्थ साहित्य सुधिजन आप सब परिचित है कि साहित्य जगत में कायस्थ विभूति कायस्थ रत्न मुंशी प्रेमचंदजी का अद्वितीय स्थान है। कलम के धनी मुंशी प्रेमचन्दजी की अनेक कहानियां, उपन्यास और लेखों का आज भी कोई सानी नहीं है और वर्तमान में भी उनकी प्रासंगिकता को नकारा नहीं जा सकता है। कलम के सिपाही और उपन्यास सम्राट के नाम से विख्यात मुंशी प्रेमचन्दजी ने अपनी लेखनी से यह सिद्ध किया कि कायस्थ कलम का उपासक ही नहीं बल्कि कलम का धनी भी होता है। 

     इस हेतु आप भी अपनी कलम की धार को कहानी, कविता और मुंशी प्रेमचन्द जी की किसी रचना पर अपने विचारों के ज़रिए प्रकटक्र सकते हैं। इसके लिए अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राजस्थान द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसका विवरण इस प्रकार है:—

     सर्वश्रेष्ठ रचनाकारों को मुंशी प्रेमचंद जी के जन्मोत्सव पर नगद पुरस्कार, स्मृति चिन्ह, शॉल व कायस्थ दुपट्टा ओढ़ाकर व  श्रीफल एवम् प्रमाण- पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

प्रथम पुरस्कार-  11,101रूपये

द्वितीय पुरस्कार   7,101रूपये

तृतीय पुरस्कार  - 5,101रूपये

      उक्त पुरुस्कार तीनों श्रेणियों में अलग अलग दिए जायेंगे। सांत्वना पुरस्कार :- शेष रचनाकारों का सम्मान भी शॉल व कायस्थ दुपट्टा ओढ़ाकर व  श्रीफल एवम् प्रमाण- पत्र देकर किया जाएगा।

नियम :-

1. कहानी के लिए शब्द संख्या 400 शब्दों से अधिक ना हो।

2. कविता की अधिकतम पंक्तियां 25 से 30 तक हो।

3. मुंशी जी की रचना विशेष पर विचार 200 शब्द से अधिक ना हो। 

4.आप की चयनित कहानी कविता और विचारों के संकलन को पुस्तक का रूप दिया जाएगा। अतः सृजन का स्तर उत्कृष्ट बनाने का प्रयास करें।

5. आपके मौलिक लेखन को ही स्वीकृत किया जाएगा।

6. प्रतियोगिता में सम्मिलित होने के लिए ₹500 का शुल्क देय होगा और इसके बदले आपको संकलन पुस्तक  दी जाएगी। 

7.आप चाहे तो तीनों स्पर्धा में भाग ले सकते हैं अथवा दो या एक में ।

 8. प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार विजेताओं को मंच पर प्रस्तुतीकरण का अवसर भी दिया जाएगा। 

9. समय होने पर अन्य रचनाकारों *को भी *मंच पर प्रस्तुतीकरण का अवसर दिया जाएगा।

10. इस प्रतियोगिता में राजस्थान के कायस्थ सुधि जन ही प्रतिभागी हो सकेंगे ।

11. प्रविष्टि भेजने की अन्तिम तिथि शुक्रवार, 15 जुलाई 2022 है।

        अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप माथुर व महासचिव धर्मेंद्र जोहरी व समस्त कार्यकारिणी के निर्णय अनुसार अपनी रचनाएं निम्नलिखित ई-मेल पर अथवा व्हाट्सएप नंबर पर प्रेषित करें.. jaipur.abkm@gmail.com

*WhatsApp No. 8949718092, 8005948472, 9828102330

विशेष नोट ‐- रचनाएं भेजने से पहले उनकी  शुद्धता जांच लेंगे, अशुद्धियों युक्त रचनाओं को बिना विचार के ही निरस्त कर दिया जाएगा।

 अरुण कुमार सक्सैना ( संयोजक), श्रीमती दीपा माथुर, रवि माथुर (सहसंयोजक).