सरसों सत्याग्रह का असर

 News from - गोपाल सैनी

सत्याग्रह 6 अप्रेल 2023 को होगा

     जयपुर। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट नेतृत्व में 101 किसानों द्वारा जंतर-मंतर नई दिल्ली पर 11 से 4 बजें तक सरसों सत्याग्रह के क्रम में उपवास की घोषणा की गई हैं। इसके साथ ही 101 सत्याग्रहियों का पंजीयन आरंभ हुआ। जो निर्धारित अवधि 31 मार्च 2023 पूरी होने के 12 घण्टे पूर्व ही पंजीयन पूर्ण हो गये।

     सत्याग्रह 6 अप्रेल 2023 को होगा। उल्लेखनीय है कि 22 मार्च को राजस्थान में शहीद स्मारक जयपुर में सरसों सत्याग्रह आरम्भ हुआ था। उसी दिन राजस्थान के किसानों ने सत्याग्रह का सर्व सम्मत प्रस्ताव पारित कर जन्तर - मन्तर, नई दिल्ली पर  उद्घघोष किया। उसी के सम्बन्ध में 23 मार्च को प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी को पत्र प्रेषित कर पूर्व सूचना दे दी थी।

     इस सत्याग्रह में राजस्थान के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली के किसानों की ओर  से भी सत्याग्रह में भागीदारी के लिए निरन्तर सूचना प्राप्त हो रहीं हैं। यकायक भारत सरकार द्वारा खाद्य तेलों का आयात शुल्क शून्य से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का समाचार आया। इससे सरसों के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य तक पहुंचने की संभावना तों हैं परन्तु गत वर्ष के अनुसार बाजार भावों में 7444  रूपये प्रति क्विंटल तक पहुंचने सम्भावना कम हैं।

     इसलिए किसानों ने 100 प्रतिशत तक आयात शुल्क करने का आग्रह किया है। जिसके लिए 6 अप्रेल 2023 को जंतर-मंतर नई दिल्ली पर सरसों सत्याग्रह के लिए 101 किसानों का उपवास किया जाना सुनिश्चित हैं।