जीत राष्ट्रवाद की
भारत के नव निर्माण की
जनभावनाओं की कद्र की
तुष्टिकरण के अवसान की
संतुलित सधे कृतित्व की
जीत राष्ट्रवाद की .........
जाति गणना अस्वीकार है
फ्री~बीज का तिरस्कार है
जनता को जो खरीदने चले
वो आज शर्मसार है
यह जीत है हिंदुत्व की
जीत राष्ट्रवाद की .........
जनता के सिर पर ताज है
विकास का आगाज है
आंखो में नवल स्वप्न है
हृदय में राम राज है
मोदी जी के व्यक्तित्व की
जीत राष्ट्रवाद की .........
.....प्रीतम दाधीच