मुख्यमंत्री आवास के अंदर एक महिला सांसद के साथ मारपीट

News from - Advt. Anil Saxena 

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष के साथ मारपीट

अरविंद केजरीवाल के वादों और इरादों पर एक बड़ा सवाल खड़ा करने वाली घटनाएं हैं

     नई दिल्ली। 13 मई को अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री आवास यानी शीश महल में एक बहुत ही विचित्र घटना हुई। दिल्ली का मुख्यमंत्री आवास दिल्ली के सिविल लाइंस थाने के अंतर्गत आता है और सिविल लाइंस के अंतर्गत पीसीआर पर एक कॉल आती है। इस कॉल में एक महिला की आवाज सुनाई देती है। ये महिला कहती है कि मैं इस वक्त मुख्यमंत्री आवास में हूं और मुख्यमंत्री का पर्सनल असिस्टेंट विभव कुमार मुझे पीट रहा है।

      अपने रोजनामचा रजिस्टर में दिल्ली पुलिस ने ये भी लिखा है कि लेडी कॉलर ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर ये सब हो रहा है। ये कॉल आते ही थाने में हड़कंप मच गया। लेकिन लोगों का दिमाग उस वक्त सुन्न रह गया जब ये पता चला कि कॉल करने वाली महिला कोई और नहीं बल्कि दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल हैं।

     हुआ क्या? पूरा घटनाक्रम आपको समझाते हैं। 13 मई को सुबह 9:00 बजे के करीब स्वाति मालीवाल ऑटो से मुख्यमंत्री आवास पहुंची। स्वाति मालीवाल चाहती तो राज्यसभा सांसद होने के नाते अपने सरकारी वाहन का इस्तेमाल कर सकती थीं लेकिन फिर भी वो ऑटो से ही गई। मुख्यमंत्री आवास पर एक रिसेप्शन मौजूद है और उस रिसेप्शन में जाकर स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनको मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करने की ये सूचना मुख्यमंत्री आवास के अंदर पहुंचाई जाए।

     और तब दावा किया जाता है कि सुनीता केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के खास म खास विभव कुमार को रिसेप्शन पर भेजा। विभव कुमार ने स्वाति मालीवाल से लौट जाने के लिए कहा लेकिन जब स्वाति मालीवाल अरविंद केजरीवाल से मिलने की जिद करने लगी तो उस वक्त हाथापाई भी हो गई। दावा किया जा रहा है कि उस वक्त अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री आवास के अंदर मौजूद था। 

      हाथापाई के फौरन बाद स्वाति मालीवाल ने फौरन तुरंत दिल्ली पुलिस के पीसीआर पर कॉल कर दिया और जिसका पूरा ब्योरा ऊपर दिया हुआ है। कॉल करने के बाद स्वाति मालीवाल फौरन सिविल लाइंस थाने भी पहुंच गई और सिविल लाइंस थाने में पुलिस अधिकारियों ने उनसे कहा कि हम आपका मेडिकल करवाएंगे ताकि पता लगे कि आपका कहां-कहां चोट लगी है? डॉक्टर की रिपोर्ट लगेगी और तभी पुख्ता सबूत तैयार हो पाएगा। 

     दावा किया जाता है कि उसके बाद स्वाति मालीवाल अपना मेडिकल कराने के लिए सरकारी अस्पताल भी पहुंची। लेकिन इस वक्त उनके मोबाइल पर एक फोन आया करीब आधे घंटे तक स्वाति मालीवाल उस व्यक्ति से फोन पर बात करती रही। अब चर्चा ये है कि वो फोन अरविंद केजरीवाल का था और अरविंद केजरीवाल ही फोन पर स्वाति मालीवाल को समझा रहे थे ताकि मामले को शांत किया जाए। इसके तुरंत बाद पिछले दरवाजे से स्वाति मालीवाल अस्पताल से निकल गईं? 

     स्वाति मालीवाल अरविंद केजरीवाल की काफी करीबी और खासम खास मानी जाती हैं। जैसे-जैसे अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक कद बढ़ता गया, वैसे-वैसे स्वाति मालीवाल भी अपना वजूद बढ़ाती चली गईं । जब पहली बार अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने तो स्वाति मालीवाल मुख्यमंत्री आवास में काम करती थीं। जब दूसरी बार अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने तो स्वाति मालीवाल बाकायदा दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बना दी गईं और जैसे ही दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष पद से वह हटी, अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद के तौर पर उनको सांसद भेज दिया।

     स्वाति मालीवाल और अरविंद केजरीवाल की दोस्ती काफी पुरानी है। कहा जाता है कि स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी में एकमात्र ऐसी महिला हैं जो अरविंद केजरीवाल को सर नहीं बल्कि सीधे अरविंद कह कर बुलाती हैं।स्वाति मालीवाल और अरविंद केजरीवाल राजनीति में आने से पहले एक एनजीओ में भी साथ काम करते थे।