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श्रीलंका में भारतीय लोक संस्कृति का उद्भव और विकास के लिए मुख्यवक्ता है अरविंद चित्रांश
दुनिया के मशहूर फिल्मी सितारों के साथ कोलंबो (श्रीलंका) में लगा है अरविंद चित्रांश का पोस्टर
आजमगढ़। कोलंबो (श्रीलंका) में अरविंद चित्रांश का अंतरराष्ट्रीय अभिनंदन एक ऐतिहासिक पल होगा। जो 25 नवंबर से 28 नवंबर 2024 के बीच होने वाले इंटरनेशनल कल्चरल फेस्टिवल कोलंबो-2024 में होगा। कोलंबो सम्मेलन में अरविंद चित्रांश भारतीय लोक संस्कृति पर मुख्यवक्ता के रूप में अपनी बात रखेंगे और भारत और श्रीलंका के सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वही कोलंबो में दुनिया के मशहूर फिल्मी सितारों के साथ अरविंद चित्रांश का लगा है पोस्टर।
भारत से आजमगढ़ के लाल, पूर्वांचल के गौरव और अंतरराष्ट्रीय संयोजक अरविंद चित्रांश का कोलंबो में अंतरराष्ट्रीय सम्मान इनके 30 वर्षों के कठिन संघर्षों और भारतीय लोक संस्कृति एवं भोजपुरी भाषा, कला संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान का सम्मान है। उनकी उपलब्धि भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी समझ और समर्पण को दर्शाती है। जो भारत के लिए गर्व की बात है।
कोलंबो में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन न केवल दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाएगा, बल्कि भारत के साथ विश्वभर में संस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देगा। भारत की संस्कृति, विविधता और समृद्धि का प्रतीक है, जिसमें विभिन्न धर्म, भाषा और कलाएं शामिल हैं। यह आयोजन भारतीय संस्कृति को विश्वभर में प्रदर्शित करने का एक अद्भुत अवसर है।
श्रीलंका में भारतीय लोक संस्कृति पर मुख्यवक्ता के रूप में उनकी भागीदारी इस सम्मेलन को और भी महत्वपूर्ण बना देगी। यह उनके ज्ञान और अनुभव को साझा करने का एक शानदार अवसर होगा और भारतीय संस्कृति के प्रति पूरी दुनिया में जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा, उनकी इस उपलब्धि से भारतीय संस्कृति के प्रति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता बढ़ेगी और लोगों को भारतीय संस्कृति के गरिमा और महत्व के बारे में जानने का अवसर मिलेगा।
भारत से भारतीय लोक संस्कृति एवं लोककला संरक्षक अरविंद श्रीवास्तव 'चित्रांश' और कोलंबो से सम्मेलन की निर्देशिका डॉ. अंजली मिश्रा को इस महान कार्य के लिए हृदय से बधाई।