यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में 79वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

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स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान विविध प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया

     जयपुर (15 अगस्त 25) । यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, वाटिका, जयपुर में 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह परंपरागत उत्साह, उल्लास और गहरी देशभक्ति के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय परिसर में ध्वजारोहण के पश्चात राष्ट्रगान गाया गया और तिरंगे को सलामी दी गई। समारोह के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. प्रेम सुराना एवं विशिष्ट अतिथि एडवोकेट रमाकांत शर्मा राजस्थान हाईकोर्ट, जयपुर रहे।

     इस अवसर पर माननीय उपकुलपति डॉ. अंकित गांधी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए युवाओं से उनके साहस और समर्पण से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने आज़ादी के बाद भारत द्वारा विज्ञान, शिक्षा, तकनीक और आर्थिक क्षेत्रों में हासिल की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों से देश को वैश्विक मंच पर अग्रणी बनाने हेतु सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की।

     उपकुलपति डॉ. अंकित गांधी ने यह भी उल्लेख किया कि विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ 12 से 18 अगस्त तक "एंटी-रैगिंग सप्ताह" का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत रैगिंग के विरुद्ध जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। 

     उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे रैगिंग जैसी सामाजिक बुराई से दूर रहकर एक सहयोगी, सुरक्षित और समावेशी शैक्षणिक वातावरण के निर्माण में अपना योगदान दें। जागरूकता अभियान के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा "एंटी-रैगिंग सेल्फी कॉर्नर" पर उत्साहपूर्वक सेल्फी भी ली गई, जिससे रचनात्मक एवं प्रभावी तरीके से रैगिंग विरोधी संदेश को प्रसारित किया गया।

     कार्यक्रम के दौरान विविध प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं, जिन्होंने छात्रों, संकाय एवं स्टाफ के बीच राष्ट्रप्रेम और एकता की भावना को और प्रबल किया।

     विशिष्ट अतिथि एडवोकेट श्री रमाकांत शर्मा ने स्वतंत्रता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का भारत युवाओं के संकल्प, अनुशासन और सकारात्मक सोच के बल पर ही नई ऊँचाइयों को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी समान रूप से सजग रहें और राष्ट्र की प्रगति में सक्रिय योगदान दें।

     मुख्य अतिथि चेयरमैन डॉ. प्रेम सुराना ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि यह एक गहरी जिम्मेदारी भी है, जिसे हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित और सशक्त बनाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अखंडता, उत्तरदायित्व और नैतिकता जैसे मूल्यों को जीवन में आत्मसात करना ही एक सशक्त राष्ट्र की नींव है। 

     डॉ. प्रेम सुराना ने छात्रों से आह्वान किया कि वे अपने ज्ञान, कौशल और नवाचार की शक्ति को समाज के कल्याण एवं देश के सतत विकास की दिशा में लगाएँ। उन्होंने यह भी कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारतीय युवाओं को नेतृत्व, सहयोग और रचनात्मक सोच के माध्यम से विश्व मंच पर भारत की पहचान को और सशक्त बनाना होगा।

     समारोह की एक विशेष पहल के तहत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों के माध्यम से पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता भी प्रकट हुई।

     समारोह का समापन विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. कमल किशोर जांगिड़ द्वारा समस्त स्टाफ मेंबर्स हेतु प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसके उपरांत “भारत माता की जय” के नारों ने वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।