महाराष्ट्र - देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, कहा- 'हमारे पास बहुमत नहीं है'

महाराष्ट्र में बहुमत परीक्षण को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से अचानक से राज्य में बड़े सियासी बदलाव होना शुरू हो गए है. डिप्टी सीएम अजित पवार के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य की जनता ने बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को बहुमत दिया था. नतीजों में बीजेपी ने जितनी सीटें लड़ी उनमें से 70 प्रतिशत सीटें जीतीं. वहीं शिवसेना ने 40 प्रतिशत जीती थी. शिवसेना ने नतीजों के बाद ही यह कहना शुरू कर दिया कि दोनों पार्टियों का ढाई-ढाई साल का सीएम होगा. लेकिन ऐसा कोई प्रस्ताव चुनाव से पहले नहीं दिया गया था ना ही ऐसा कोई समझौता हुआ था. 



बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह जी ने स्पष्ट रूप से बताया था कि ऐसा कोई वादा नहीं किया गया था. जो वादे हुए थे उस पर हम कायम थे लेकिन ढाई साल सीएम बनाने का कोई वादा नहीं था. लेकिन इसी दौरान शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस से बात करना शुरू कर दिया. इसके बाद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में राज्यपाल ने बीजेपी को बुलाया था लेकिन हमारे पास संख्या नहीं थी. इसके बाद शिवसेना को बुलाया गया था, शिवसेना के दावे का खुला मजाक बना ना कोई चिट्ठी आई ना कोई सरकार बनी. इसके बाद एनसीपी को भी मौका दिया गया और बाद में राष्ट्रपति शासन लगाया गया. कई दिनों की राजनीतिक गतिविधियों के बीच शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ शुरू कर दिया. लेकिन तीनों दलों के बीच कोई कॉमन मिनिमम प्रोग्राम नहीं बन पाया.


फडणवीस ने कहा 'जब तीनों में सहमति नहीं बनी तो ऐसे समय में अजित पवार ने कहा कि हम आपके साथ मिलकर सरकार बनाएंगे तो हमने उनके साथ मिलकर सरकार बनाई. लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अजित पवार ने मुझे इस्तीफा दे दिया. तो अब हमारे पास करने के लिए कुछ भी नहीं है. मैं राज्यपाल महोदय के पास जा रहा हूं और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दूंगा.'


फडणवीस ने कहा कि हम किसी भी दल के विधायक को अपनी तरफ लाने का प्रयास नहीं करेंगे. बीजेपी महाराष्ट्र में प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाएगी. पिछले पांच साल में हमने जो काम किया है उससे पता चलता है कि हम जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं. 


महाराष्ट्र में आज सत्ता के लोभ के लिए अलग अलग विचारधारा वाली पार्टियां एक साथ आई हैं. यह सरकार कितने दिन चलेगी कुछ नहीं कहा जा सकता है. 


सुप्रीम कोर्ट ने कल 5 बजे तक बहुमत साबित करने का दिया था वक्त
मंगलवार सुबह सुप्रीम कोर्ट ने अपना अहम फैसला सुनाते हुए देवेंद्र फडणवीस को कल (बुधवार) शाम 5 बजे से पहले विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए कहा. सुप्रीम कोर्ट ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति करने का भी आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा कि फ्लोर टेस्ट गुप्त मतदान के जरिए ना हो इसका लाइव प्रसारण भी हो.