राज्‍यवर्धन राठौड़ के बेटे मानवादित्‍य का शूटिंग में कमाल

एक दिन में जीते 2 नेशनल गोल्‍ड - जूनियर फाइनल में मानवादित्य सिंह राठौड़ ने 45-44 से जीत हासिल कर पहला राष्ट्रीय खिताब जीता


मानवजीत संधू को भी गोल्‍ड मेडल        (Photo - मानवादित्‍य राठौड़ गोल्‍ड जीतने का जश्‍न मनाते हुए)



     नई दिल्ली - राजस्थान के मानवादित्य सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को यहां शॉटगन राष्ट्रीय प्रतियोगिता (Shotgun National Competition) में गजब का प्रदर्शन करते हुए 2 गोल्ड और एक सिल्‍वर मेडल जीता. उन्‍होंने जूनियर वर्ग में व्‍यक्तिगत स्‍पर्धा में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता. साथ ही जूनियर वर्ग में टीम स्‍पर्धा का गोल्ड और सीनियर वर्ग में टीम स्‍पर्धा का सिल्‍वर मेडल जीता.  जूनियर फाइनल में मानवादित्य और पंजाब के जंगशेर सिंह विर्क के बीच कड़ा मुकाबला चला. लेकिन राजस्थान के निशानेबाज ने 45-44 से जीत हासिल कर पहला राष्ट्रीय खिताब जीता. उनके राज्य के साथी विवान कपूर ने 35 अंक से कांस्य पदक जीता.

   उन्‍होंने जूनियर वर्ग में टीम खिताब भी जीता. टीम वर्ग में मानवादित्‍य ने विवान और अमान अली इलाही के साथ मिलकर खिताब हासिल किया. वे सीनियर वर्ग में भी राजस्‍थान टीम के सदस्‍य रहे. सीनियर वर्ग के फाइनल में राजस्‍थान की टीम पंजाब से पीछे रही और उसे सिल्‍वर से संतोष करना पड़ा. मानवादित्‍य सिंह बीजेपी सांसद और एथेंस ओलिंपिक के सिल्‍वर मेडलिस्‍ट राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के बेटे हैं.


लगातार अच्‍छा खेल रहे हैं मानवादित्‍य - मानवादित्‍य ने पिछले कुछ महीनों में कमाल का प्रदर्शन किया है. कुछ महीनों पहले राजस्‍थान स्‍टेट ओपन शूटिंग चैंपियनशिप में उन्‍होंने अलग-अलग कैटेगरी में 3 गोल्‍ड मेडल सहित कुल 4 पदक जीते थे. उन्‍होंने जूनियर, डबल ट्रैप सीनियर और जूनियर में गोल्‍ड जीते और सीनियर ट्रैप में सिल्‍वर मेडल हासिल किया था.  मानवादित्‍य ने साल की शुरुआत में खेलो इंडिया में भी गोल्‍ड मेडल जीता था. उन्‍होंने अंडर-21 ट्रैप निशानेबाजी में गोल्ड पर निशाना लगाया था.


मानवजीत संधू को भी गोल्‍ड मेडल - वहीं पूर्व विश्व चैम्पियन मानवजीत सिंह संधू ने 12वां पुरुष ट्रैप स्वर्ण पदक हासिल किया. मानवजीत राउंड 24 में एक निशाना चूक गए जिससे वह पांच फाइनल क्वालीफाइंग स्थान के लिए सात अन्य दावेदारों के साथ शूट-ऑफ में पहुंचे. कांस्य पदक जीतने वाले तेलंगाना के केनान चेनाई ने 125 में से 121 अंक से सीधे फाइनल के क्वालीफाई किया.


   मानवजीत ने फाइनल में 50 में से 42 निशाने लगाए और पंजाब के अपने साथी विश्वदेव सिंह सिद्धू को पछाड़ा जिन्होंने 41 अंक जुटाए. केनान पहले 40 में से 32 निशाने से तीसरे स्थान पर खिसक गए थे. वहीं मानवजीत ने जंगशेर और नमनवीर सिंह बरार के साथ मिलकर टीम वर्ग में पहला स्थान हासिल किया.