देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या में दिनों-दिन बढ़ोतरी हो रही है। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए है, जहां 116 लोग इससे संक्रमित पाए गए है। वहीं, नवी मुंबई में मस्जिद में फिलीपीन के कुछ नागरिकों के संपर्क में आए एक मौलवी की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। यह जानकारी एक अधिकारी ने बुधवार को दी। प्रशासन ने मौलवी के संपर्क में आए लगभग 53 व्यक्तियों को पृथक कर दिया है। यह मौलवी महाराष्ट्र में अब तक मिले कोरोना के 112 रोगियों में से एक है। नवी मुंबई नगर निगम (एनएमएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि मौलवी की पत्नी और बेटे के नमूने भी परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
फिलीपीन के सात नागरिक तीन से 12 मार्च के बीच नवी मुंबई के वाशी स्थित मस्जिद आए थे और बाद में उनमें से तीन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित फिलीपीन के नागरिकों में से एक मरीज बाद में ठीक हो गया था लेकिन उसकी रविवार रात मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके गुर्दे खराब हो गए थे। मौलवी भी उसके संपर्क में आया था।
उन्होंने कहा कि मौलवी की मंगलवार को कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद कम से कम 53 लोगों को पृथक कर दिया गया है, जो उस अवधि के दौरान मस्जिद में मौजूद थे जब फिलीपीन से आए लोग वहां आए थे। अधिकारी ने कहा कि मस्जिद के आसपास के 1,200 से अधिक घरों की जांच की गई और क्षेत्र को कीटाणु मुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि अब तक नवी मुंबई से कोविड-19 के पांच मामले आए हैं, जिसमें मस्जिद का मौलवी, फिलीपीन के तीन नागरिक और नवी मुंबई के ऐरोली का एक निवासी शामिल है जो तुर्की गया था।
अधिकारी ने कहा कि नवी मुंबई में अब तक लगभग 250 लोगों को घर पर पृथक रहने की सलाह दी गई है। साथ ही 58 लोगों को एनएमएमसी की पृथक इकाई में रखा गया है जिन्होंने विदेश यात्रा की है। उन्होंने कहा कि 10 लोगों की घर पर पृथक रहने की अवधि बुधवार को समाप्त हो गई और चूंकि उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया।