कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आए 16,076 लोगों को भारतीय बंदरगाहों पर उतरने की नहीं मिली अनुमति

     यात्रियों और चालकों को जहाजों से उतरने की अनुमति नहीं दी गई है लेकिन तयशुदा जगहों पर जहाजों को ठहरने की अनुमति दी गयी है.



  1. कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आए जहाजों को अनुमति नहीं

  2. भारत में भी कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं

  3. सरकार ने एहतियातन यह कदम उठाया है


 


     पोत परिवहन मंत्रालय ने गुरुवार को खुलासा किया कि चीन या कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आए 452 जहाजों के 16,076 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को भारतीय बंदरगाहों पर उतरने की अनुमति नहीं दी गयी. मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तयशुदा जगहों पर ठहरे 452 जहाजों के इन यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को बुखार या किसी भी तरह के लक्षण के मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशा-निर्देश के तहत हर संभव सहायता दी जा रही है.

   अधिकारी ने बताया, ‘‘आयात-निर्यात वाले माल के साथ 452 जहाज और चीन या कोरोना वायरस से प्रभावित देशों की पूर्व में यात्रा कर चुके 16,076 चालक दल के सदस्य और यात्री अब तक भारतीय बंदरगाहों पर आए हैं. किसी भी प्रसार को रोकने लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं. हमने यात्रियों और चालकों को जहाजों से उतरने की अनुमति नहीं दी लेकिन तयशुदा जगहों पर जहाजों को ठहरने की अनुमति दी गयी है. तमाम सावधानी बरतने के साथ सामान लाए गए हैं.''


   उन्होंने कहा, ‘‘संक्रिमत देशों की यात्रा कर चुके चालक दल / यात्रियों को तट का पास नहीं दिया गया है.''अधिकारी ने बताया कि डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देश के तहत जहाज पर सभी लोगों की जांच की जा रही है और उन तक सारी जरूरी सुविधाएं पहुंचायी जा रही है.  उन्होंने बताया कि पारादीप बंदरगाह पर चेमस्टार स्टेलर पोत पर सवार चालक दल के एक सदस्य को बुखार हो गया. उन्हें और उनकी पत्नी को वहां से निकाला गया और आगे जांच के लिए एससीबी मेडिकल कॉलेज, कटक भेजा गया. यह पोत चीन के जापू से 10 फरवरी को रवाना हुआ था और एक मार्च को पारादीप बंदरगाह पहुंचा.