कांग्रेस नेताओं ने आर पर की बात कही, क्या ये भड़काऊ बयान नहीं है. वारिस पठान का 15 करोड़ बयान क्या भड़काऊ नहीं है. मैं हिंदू मुसलमान में नहीं मानता हूं. 52 भारतीयों की मृत्यु हुई है. ये सदन को भी हम हिंदू मुसलमानों में बांटेंगे क्या. ओवैसी साहब ने केवल मस्जिद के जलने की बात कही. लेकिन कभी मंदिर जलने की भी बात कर लिया करो. कोई भी नहीं जलना चाहिए. ना मंदिर ना मस्जिद ना गुरुद्वारा किसी भी जगह दंगों की आग नहीं लगनी चाहिए.
भारत में जितने भी दंगे हुए उन दंगों में 76 प्रतिशत लोगों की मौत कांग्रेस के शासनकाल में हुई. 1984 से लेकर 2014 तक सिख दंगों के आरोपी पकड़े नहीं गए. सिख दंगों पर कांग्रेस ने क्या जांच करवाई. 3 हजार सिख जला दिए गए. बीजेपी की सरकार आने से पहले एक भी कांग्रेसी नहीं पकड़ा गया. पुलिस के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि दिल्ली में हुई हिंसा एक सोची समझी साजिश थी. मैं इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों से कहना चाहता हूं कि आपके घरों के चिराग बुझाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. चाहे वो किसी भी धर्म का हो, किसी भी पार्टी का हो.
पुलिस द्वारा पत्थरबाजी करने के वीडियो पर अमित शाह ने कहा कि पुलिसकर्मी दंगाइयों को भगाने के लिए पत्थर मार रहे थे. पुलिस ने इस हिंसा को 36 घंटे में समाप्त कर लिया है.