केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा है कि देश के शैक्षिक संस्थान खोलने का फैसला 14 अप्रैल के बाद ही होगा। अगर स्कूल, कॉलेज आगे भी बंद रखने पड़े तो मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि स्टूडेंट्स का नुकसान नहीं होगा। HRD मंत्री ने रविवार को PTI से कहा कि कोरोना वायरस संकट पर स्थिति की 14 अप्रैल को समीक्षा करने के बाद सरकार इसपर कोई निर्णय लेगी। मंत्री ने कहा कि छात्रों और अध्यापकों की सुरक्षा सरकार के लिये सर्वोपरि है। उनका मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिये तैयार है कि यदि स्कूल, कॉलेज को 14 अप्रैल के बाद भी बंद रखने की जरूरत पड़ी तो छात्रों को पढ़ाई-लिखाई का कोई नुकसान नहीं हो।
परिस्थितियां तय करेंगी, क्या होगा - देश में 21 दिनों के लिये लागू ‘लॉकडाउन’ 14 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। इसपर उनके मंत्रालय की योजना के बारे में पूछे जाने पर पोखरियाल ने कहा, ‘‘इस वक्त कोई फैसला लेना मुश्किल है। हम 14 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा करेंगे और परिस्थितियों के मुताबिक इस बारे में फैसला लिया जाएगा कि स्कूल,कॉलेज फिर से खोले जा सकते हैं या उन्हें कुछ और समय के लिये बंद रखना होगा।’