मुठभेड़ में हिज़बुल मुजाहिदीन के शीर्ष चरमपंथी की मौत

     कश्मीर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान हिज़बुल मुजाहिदीन का शीर्ष चरमपंथी रियाज़ नाइकू अपने एक साथी के साथ मारा गया है. पुलिस ने मारे गए चरमपंथी का नाम नहीं लिया है. अवंतीपुरा के स्थानीय निवासियों का कहना है कि फ़ौज, पारामिलिट्री और पुलिस के संयुक्त कार्रवाई में नाइकू बेग़ पोरा गांव में घिर चुका था.



     मिली जानकारी के मुताबिक़ इस मुठभेड़ में दो चरमपंथियों की मौत हो गई है और तीन ऑपरेशन जारी हैं. यह ऑपरेशन उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले में हुए दो चरमपंथी हमले में आठ सुरक्षाबलों के मारे जाने के बाद हुआ है. मारे गए सुरक्षाबलों में एक कर्नल और एक मेजर भी शामिल हैं.


   40 साल का रियाज़ नाइकू स्थानीय हिज़बुल मुजाहिदीन का आखिरी जीवित नेता थे. 2016 में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद उन्होंने हिज़बुल की कमान संभाली थी. नाइकू के ऊपर 12 लाख रुपये का ईनाम रखा गया था. पुलिस उनके ऊपर हिज़बुल को फिर से संगठित करने और सुरक्षा बलों के ऊपर हमला करने के आरोप लगाती रही है.


   पुलिस के सूत्रों का कहना है कि चरमपंथियों के खिलाफ ठंड के दिनों में ऑपरेशन बंद थे.  "जनवरी से अब तक 76 चरमपंथी सुरक्षाबलों की कार्रवाई में मारे जा चुके हैं. लेकिन हमने 20 जवान भी अपने खो दिए हैं जिनमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं." पुलिस के मुताबिक़ रमज़ान के पहले दस दिनों में 14 चरमपंथी, दो उनके सहयोगी, आठ जवान और एक शारीरिक रूप से अक्षम बच्चे की मौत हुई है.