जेठ का चौथा बड़ा मंगल : मंदिरों में आरती, घरों मे ऑनलाइन दर्शन

     जेठ के चौथे व आखिरी बड़े मंगल पर राजधानी के अलीगंज के नया हनुमान मंदिर, हनुमान सेतु,  छांछी कुआं हनुमान मंदिर समेत अन्य मंदिरों में हनुमान जी की आरती, श्रंगार, अभिषेक के कार्यक्रम हुए।  बहुत से भक्तों ने अपने आराध्य भगवान की फोटो  आनलाइन के माध्यम से दर्शन व पूजन किया।  लॉकडाउन हटने के बाद भी इस बार जेठ के आखिरी मंगल को हनुमान जी के मन्दिरों के पट बन्द रहे। भक्त मन्दिर के बाहर से ही दर्शन किए। 



11 ज्योत से हुई आरती - चौक चौराहा स्थित कोतवालेश्वर हनुमान मन्दिर में जेठ के आखिरी मंगल पर विशेष लाईट की सजावट की गई। मन्दिर के महंत विशाल गौड ने भोर की आरती 11 ज्योत के साथ की। आरती के समय मंदिर के पट बंद रहे। भक्तों ने बाहर से ही आरती और दर्शन किए। बाद में बूंदी का प्रसाद भक्तों को बांटा गया।


नया हनुमान मंदिर - अलीगंज के नये हनुमान मन्दिर के कार्यालय अधीक्षक राकेश दीक्षित ने बताया कि जेठ के आखिरी मंगल पर हनुमान जी का श्रंगार, अभिषेक, पूजन आरती सुबह 6 बजे हुई। आरती के समय मंदिर के बाहर बडी संख्या मे भक्त फल, फूल, प्रसाद लिए दर्शन के लिए खडे थे।


नया हनुमान मंदिर का इतिहास - करीब ढाई सौ वर्ष पुराना अलीगंज का नया हनुमान मन्दिर को बेगम के सिपहसालार जठमल ने बनवाया था। यहां पर हुई खुदाई में निकली मूर्तियों को हाथी पर रखकर इमामबाड़े के पास नए मन्दिर में स्थापित करने के लिए ले जाया जा रहा था। लेकिन हाथी यही पर रूक गया। काफी कोशिश की लेकिन हाथी उठा नही। बाद में साधू संतों ने बेगम को बताया कि गोमतीपार का क्षेत्र लक्ष्मण जी का है। यहां से हनुमान जी जाना नही चाहते है। फिर मूर्तियों को यही पर स्थापित किया गया। बाद में महमूदाबाद के राजा ने मन्दिर के लिए जमीन दी जहां पर आज तक मेला लगता आ रहा है।


अमीनाबाद हनुमान मन्दिर - अमीनाबाद हनुमान मन्दिर के प्रधान पुजारी कृष्णकांत पाठक ने सुबह की मंगला आरती की। इसके बाद 21 किलो बेसन के लडडू का भोग लगा। मन्दिर के पुजारियों द्वारा सुन्दरकाण्ड पाठ भी हुआ।