कॉन्फेडरेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से चीन सीमा पर आईटीबीपी की 40 नई बटालियन गठित करने और बॉर्डर आउट पोस्ट 'बीओपी' की संख्या तीन गुना बढ़ाने की मांग की है। एसोसिएशन के महासचिव रणबीर सिंह के अनुसार, मौजूदा समय में बल के पास दो सौ बीओपी हैं, लेकिन उनके बीच का फासला बहुत लंबा हो जाता है।
कई जगह पर यह फासला दस से बीस किलोमीटर लंबा होता है। इस वजह से बर्फीले हिमालय की गगनचुंबी चोटियों की निगरानी प्रभावी तरीके से नहीं हो पाती। एसोसिएशन ने भारत-चीन सीमा पर वर्तमान हालात की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय से बिना कोई देरी किए 15 नई आईटीबीपी बटालियनों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। इसके अलावा आगामी पांच साल में 40 नई बटालियन तैयार करने का फैसला भी इसी संसद सत्र में लिया जाना चाहिए। बीओपी की संख्या बढ़ाने से इतने बड़े बर्फीले भू-भाग की सुरक्षित चौकीदारी की जा सकेगी।
चीन के साथ लगती इस सीमा की चाक-चौबंद सुरक्षा का बड़ी जिम्मेदारी आईटीबीपी के जवानों के कंधों पर है। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के लिए 2018 में यूपीएससी व एसएससी (असिस्टेंट कमांडेंट व सिपाही जीडी) परीक्षा पास कर चुके युवाओं को कुछ सुरक्षा बलों द्वारा अभी तक नियुक्त पत्र नहीं भेजा गया है। सरहद के हालात को देखते हुए गृह मंत्रालय व संबंधित विभाग इन युवाओं को ट्रेनिंग के लिए तुरंत ज्वाइनिंग कराए।