शहर में हर गली - गली बना रावण का पुतला

     कोरोना महामारी के कारण देश में सभी त्यौहार सांकेतिक रूप से बनाये जा रहे है. बच्चों का प्रिय त्यौहार दशहरा भी इस बार सिमट के रहे गया. सरकारी आदेश के कारण बड़े रूप में रावण को नहीं बनाया गया. परन्तु छोटे रूप में बनाने पर कोई प्रतिबन्ध नहीं था. इस कारण बच्चों ने अपने शौक व त्यौहार का आनंद लेने के लिए रावण के छोटे - छोटे पुतले घर मे ही बना कर लुत्फ़ उठाया.


(फोटो - बच्चों द्वारा तैयार किया गया रावण का पुतला



     देश के इतिहास मै यह पहली बार हुआ है कि दशहरा का त्यौहार सांकेतिक रूप में मनाना पड़ा. छोटे - छोटे रावण के पुतले शहर की हर गली - गली में देखे गए. बच्चों के साथ - साथ बड़ों ने भी बच्चों के साथ मिलकर इस नए रूप में बने दशहरा के त्यौहार का आनंद उठाया। शाम होते ही मुहूर्त के अनुसार रावण का दहन किया गया.  


     सरकारी तौर पर पहले से ही सूचना दे दी गई थी कि रावण को बड़े रूप में नहीं बनाया जायेगा. इस कारण रावण बनाने वाले कारीगरों ने भी इनके आकार छोटे ही रखे. बहुत से बच्चे रावण के पुतले खरीद के ले गए थे तो कई बच्चे इसे अपने घर पर ही बनाने की तैयारी कर रहे थे. आज दशहरा का त्योहर आनन्द सहित मनाया गया.