तेजस्वी बताएं कि उनके पिता के राज में कितने डॉक्टरों का अपहरण हुआ - रविशंकर प्रसाद

द्वारा - रवि आनंद (वरिष्ठ पत्रकार) पटना  


कांग्रेस ने राजनीतिक रसूख बचाने के लिए माले का साथ लिया - रविशंकर प्रसाद


      पटना.  भाजपा के 11 संकल्प के तहत आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स  एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्‍याय मंत्री रविशंकर प्रसाद महागठबंधन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि बिहार को जंगलराज में झोंकने वाला कौन था। तेजस्वी बताएं कि उनके पिता के राज में कितने डॉक्टरों का अपहरण हुआ था। इस  दौरान उन्होंने डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में डिजिटल इंडिया के माध्यम से हमने देश को एक नई ऊंचाई दी है. जिसकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है।


     देश के गरीबों के पास 126 करोड़ आधार, 37 करोड़ बैंक खाते, 121 करोड़ मोबाइल फोन को जोड़कर पिछले साढ़े पांच सालों में गरीबों के खाते में 11 लाख करोड़ भेजे हैं. जिसमें हमने एक लाख 70 हजार करोड़ रुपए बचाएं हैं. जो बिचौलिए खा जाते थे। बिहार में अब तक 33 डिजिटल पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले गए हैं. बिहार के 3140 कोर्ट ई-कोर्ट हो चुके हैं। पहले बिहार के लोगों को दिल्ली के एम्स जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती थी लेकिन अब ई-हॉस्पिटल एप के माध्यम से बिहार से ही अपनी तारीख बुक करा सकते हैं. जिससे मरीजों को फायदा हो रहा है। पटना का एम्स और आईजीआईएमएस अब ई-हॉस्पिटल हो गए हैं।



     उन्होंने बताया कि ई-स्कॉलरशिप के माध्यम से देश भर के छात्रों को 5000 करोड़ रुपए भेजे जा चुके हैं। बिहार में 8 लाख छात्रों ने स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया था और अब तक 144 करोड़ रुपए उनके खाते में भेजे जा चुके हैं। हम देश के 6 करोड़ लोगों को डिजिटल साक्षर बनाना चाहते हैं. जिसमें से बिहार के 21 लाख 44 हजार लोगों को डिजिटल साक्षर बनाया जा चुका है। कोरोना काल में डाकघरों ने डाकियों के माध्यम से बिहार के उन गांवों तक पैसा पहुंचाया जहां न बैंक हैं, न एटीएम हैं,. अब तक 455 करोड़ रुपए 23 लाख लोगों तक पहुंचाए गए हैं। देश के साथ-साथ बिहार के हर ग्राम पंचायत में कॉमन सर्विस सेंटर खोले गए हैं. जिसे डिजिटल खिड़की भी कहा जाता है. जहां पासपोर्ट, टिकट, जमीनी कागजात जैसी तमाम सुविधाएं मिलती हैं। बिहार में इनकी संख्या 2014 तक सिर्फ 6 हजार थी, जो अब बढ़कर 34 हजार 611 हो गई है।


     कोरोना काल में युवाओं ने 15 हजार ई-स्टोर खोले हैं. जहां से देश भर में सामान भेजा जाता है. बिहार की लीची को मुजफ्फरपुर के बागान से उठाकर लंदन तक पहुंचा दिया गया है। दरभंगा और भागलपुर में सॉफ्टवेयर पार्क बनाए जा रहे हैं. जिस पर काम शुरु हो गया है। ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के जरिए देश के 6 लाख गांवों को जोड़ा जा रहा है. जिसकी शुरुआत 21 सितंबर 2020 को बिहार से ही हुई है। बिहार के 45 हजार 945 गांवों में 6 महीने में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचाने की योजना है। इसके पहुंचने से गांव के लोगों को फायदा होगा। इसके लिए बिहार के 27 हजार 12 गावों में सर्वे पूरा कर लिया गया है। हर गांव में एक वाई-फाई स्पॉट होगा जो एक साल तक बिल्कुल नि:शुल्क होगा।


     इसके अलावा प्राइमरी स्कूल, आंगनबाड़ी सेक्टर, आशा कार्यकर्ताओं और जीविका दीदी को भी ये सुविधा मुफ्त में मिलेगी। कहा कि पुराने शासन में तेल पिलावन, लाठी घुमावन का नारा दिया जाता लेकिन आज नीतीश कुमार की सरकार और नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद से बिहार के बच्चों के हाथों में स्मार्टफोन है। अब गांव-गांव ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क ले जा रहे हैं। जिसके बाद गांवों में डिजिटल स्किलिंग और डिजिटल कोचिंग शुरू होंगे और स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। छोटे शहरों के हूनरमंद बच्चों के हाथों को मजबूत करने के लिए चुनौती स्कीम की शुरुआत भी बिहार से शुरु हो गई है। जिसके तहत बच्चों को 25 लाख की सहयोग राशि देंगे। ताकि वो अपना काम शुरु कर सकें।


     विपक्ष पर जोरदार हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पटना में तेजस्वी के पोस्टर लगे हैं जिसमें नया बिहार बनाने की बात की गई है लेकिन वो बताएं कि उनके पिता के राज में पटना में कितने डॉक्टरों का अपहरण हुआ था ? कितने डॉक्टरों के यहां रंगदारी के लिए स्लिप जाया करती थी ? व्यापार बंद हुए, ठेके के बदले जमीन लिखाओ और माल बनाओ का नारा चलता था। उस समय खौफ, अपहरण, रंगदारी, फिरौती का मंजर था लेकिन इसका जवाब वो नहीं देते। कांग्रेस से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी माले के साथ खड़ी है. माले ने बिहार में क्या-क्या किया ये सब जानते हैं ? कितने लोगों के गर्दन काटे गए लेकिन कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक रसूख को बचाने के लिए उनसे भी गठबंधन कर लिया।


     रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार के लोग जानते हैं कि काम कौन करेगा? काम वो नहीं करेंगे जो सिर्फ बोलते हैं बल्कि वो करेंगे जो काम करते आए हैं। कुछ लोग लुभावने वादे करते हैं, हम कोरे वादे नहीं करते हैं अगर संकल्प लेते हैं तो रोड मैप के साथ आते हैं। बिहार के लोग शांति, अमन, संयम और विकास चाहते हैं और ये केवल एनडीए दे सकता है क्योंकि हमारे पास नेतृत्व है, केंद्र और बिहार सरकार की जोड़ी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का साफ कहना है कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं होगा। एनडीए है तो भरोसा है, बीजेपी है तो भरोसा है बाकी सब कोरे वादे हैं। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी संजय मयूख, प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल व अफजर शम्सी, मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह, अशोक भट्ट,राजेश झा राजू व पंकज सिंह मौजूद रहे।