पार्थ के केस में सीबीआई इनक्वायरी हो - अजीत सिन्हा

     राँची (झारखण्ड) : प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं आध्यात्मिक, धार्मिक, सामाजिक व मीडिया के संगठनों से नाता रखने वाले अजीत सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राष्ट्र प्रहरी पत्रकारों को जानकारी दी कि इंदिरा नगर, लखनऊ निवासी दिवंगत पार्थ श्रीवास्तव जो कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के मीडिया सेल में अपनी सेवाएं दे रहे थे. वहां उन्होंने साथ कार्यरत बंदों से प्रताड़ित होकर मौत को गले लगाना उचित समझा। जिसकी एफ. आई. आर. को लिखने या लेने में स्थानीय थाना को तीन - चार दिनों का समय लग गया  हो, उससे निष्पक्ष विवेचना की उम्मीद करना ही बेकार है. क्योंकि विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नामजद अभियुक्तों के मुख्यमंत्री से अच्छे सम्बंध हैं. इसलिए मामले की लीपापोती के भरसक प्रयास किय जा रहे हैं। ऐसे हालत में भुक्तभोगी के परिजनों को न्याय मिलना, न्याय न मिलने के बराबर हो सकता है. इसलिए न्याय की पारदर्शिता को बरकरार रखने हेतु सीबीआई इन्क्वायरी लाजमी है. 

     इसलिए मैं भारत की सरकार एवं गृह मंत्रालय से सीबीआई इन्क्वायरी की उम्मीद रखता हूं ताकि इस घटना में शामिल दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जा सके. इस हेतु दिवंगत पार्थ द्वारा लिखी गई चिट्ठी आरोपियों को सजा दिलाने के लिए काफी है. पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठे और दूध का दूध एवं पानी का पानी हो जाना अर्थात् सत्य बाहर आना भी जरूरी है ताकि कोई निर्दोष इसमें न फंसे। 

     ये कैसी विडंबना है कि जिस पार्टी या सरकार के लिए पार्थ ने दिन - रात काम किया, वहीं से पूरी न्याय मिलने की उम्मीद परिजनों को नहीं है. इसलिये प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी पार्थ श्रीवास्तव की मौत पर गहरी सम्वेदना प्रकट करते हुए सीबीआई इन्क्वायरी की मांग करती है और फास्ट ट्रैक द्वारा केस के निष्पादन हेतु आग्रह करती है। विदित हो कि इस प्रकरण से भारत वर्ष के सभी कायस्थ संगठनों में रोष है क्योंकि अभी तक किसी भी नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है.जब कि सभी अभियुक्त मुख्यमंत्री के नाक के नीचे हैं. इसलिए स्थानीय और राजकीय शासन - प्रशासन से न्याय की उम्मीद करना बेमानी होगी। इसलिए सीबीआई इन्क्वायरी ही सही रहेगी ऐसा अजीत सिन्हा ने कहा।