News from - उत्तर प्रदेश संवाददाता (राहुुल वैश्य)
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों की देखभाल और उनके संरक्षण के लिए एक विशेष योजना शुरू करने का निर्णय लिया है. प्रदेश में यह योजना 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' के नाम से संचालित होगी। इस योजना का लाभ विशेष रुप से उन अनाथ हुए बच्चों को मिल सकेगा जो कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता या कानूनी अभिभावक को खो चुके हैं।
(फोटो: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक करते हुए) |
शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की । इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु उचित दिशा-निर्देश दिए ।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मैं उत्तर प्रदेश विधान भवन परिसर, लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी । उत्तर प्रदेश में 1,42,43,355 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा पहली डोज लेने वाले 34,24,355 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। अब तक कुल 1,76,67,710 वैक्सीन की डोज लगाई गई है यह जानकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने प्रेस को दी ।
1 जून से प्रदेश के सभी जनपदों में 18 से 44 साल तक के उम्र वाले युवा आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाएगा। प्रत्येक जिले में दो सेंटर 'अभिभावक स्पेशल बूथ' के नाम से भी होंगे और इन बूथ पर सिर्फ वही अभिभावक अपना वैक्सीनेशन करा सकेंगे जिनके बच्चों की उम्र 12 साल से कम होगी। इन बूथ पर अभिभावकों को वैक्सीनेशन कराने के लिए अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र साथ लेकर आना होगा ।