योग कार्यशाला में मुंबई से आए पारस मल ने बताए चिकित्सा के नए नुक्से

 News from - Pappu Lal Keer

     कांकरोली। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती  मुनि श्री संजय कुमार जी के सानिध्य एवं मुनि श्री सिद्ध प्रज्ञ जी के निर्देशन में प्रेक्षा ध्यान कार्यशाला का संचालन तेरापंथ भवन, प्रज्ञा विहार में सुचारू रूप से चल रहा है। कार्यशाला के दौरान आज मुंबई से प्रेक्षा प्रशिक्षक पारसमल जुगड़ एवं उपाशीका श्रीमती विमला देवी दूगड़ का आगमन हुआ। इस दौरान दूगड़ ने स्वास्थ्य वर्धक मुद्राएं एवं चिकित्सा के विभिन्न प्रयोगों का सुंदर प्रदर्शन किया। 

     इस अवसर पर मुनि सिद्ध प्रज्ञ जी ने कहा सारी बीमारी की जड़ पेट है। पेट साफ - सौ रोग माफ। मन साफ तो हजार गुनाह माफ. पेट की बीमारी से बचने के लिए खानपान की शुद्धि जरूरी है। इस अवसर पर योग ध्यान में रुचि रखने वाले भाई-बहनों ने उत्साह से भाग लिया एवं जिज्ञासा का समाधान प्राप्त किया। 

     तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्रकाश सोनी ने बताया कि प्रज्ञा विहार में नियमित रूप से योग प्रयोग प्राप्त: 6:15 से 7:15 बजे तक और प्रवचन में आध्यात्मिक ज्ञान का विकास कराया जाता है - सुबह 9:15 से 10:30 बजे तक।