मुनि बनकर पहली बार पधारे सिद्ध प्रज्ञ जी

News from - Pappu Lal Keer 

     धोइंदा। आज महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री संजय कुमार जी के निर्देशन से मुनि श्री सिद्धप्रज्ञ जी का पहली बार धोइंदा में शुभ आगमन हुआ। मुनि श्री पहली बार काकरोली से विहार करके अपने सांसारिक परिजनों को दर्शन एवं सेवा कराने के लिए धोइंदा पधारे। मुनि श्री ने अल्प प्रवास में एक ओर अपने नाती लोगों को दर्शन देते हुए आध्यात्मिक प्रेरणा दी। वहीं दूसरी ओर 10 से अधिक घरों में कांकरोली में चल रहे चतुर्मास की जानकारी दी और चतुर्मास का लाभ लेने की प्रेरणा दी। 

     इस अवसर पर बापूलाल जी कच्छारा ने  मुनि श्री का भाव भरा स्वागत करते हुए निवेदन किया कि समय-समय पर पधार कर हमें धार्मिक प्रेरणा देने की कृपा करें। इस अवसर पर नव दीक्षित मुनि श्री सिद्धप्रज्ञ जी ने कहा - गुरुदेव की कृपा से आज पहली बार धोइंदा में आकर 40 साल पुरानी स्मृति ताजा हो गई. यहां में अपने संसार पक्षी पिता जी फतेहचंद के साथ आया था. उसके बाद आचार्य श्री महाश्रमण जी के साथ समण के रूप में आना हुआ। आज मुनि के रूप में पहली बार आकर प्रसन्नता हो रही है। इस अवसर पर मुनि श्री ने सुखलाल कच्छारा एवं उनके परिवार को दर्शन देकर आध्यात्मिक पोषण प्रदान किया।  इस अवसर पर तेरापंथ सभाध्यक्ष अर्जुन कच्छारा, मंत्री राजेश लोढ़ा, संगठन मंत्री मिश्रीलाल कच्छारा, प्रिंस कच्छारा, मयंक कच्छारा, नमन कच्छारा, पप्पूलाल आदि उपस्थित थे।