News from - Pappu Lal Keer
सुरेश गोयल अच्छे श्रावक कार्यकर्ता है - मुनि संजय कुमार
काकरोली. महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री संजय कुमार, मुनि श्री प्रकाश कुमार एवं मुनि श्री सिद्ध प्रज्ञ के तेरापंथ महासभा के अध्यक्ष सुरेश गोयल ने काकरोली के प्रज्ञा विहार में दर्शन कर प्रसन्नता का अनुभव किया।
एक साधारण सभा में संबोधित करते हुए मुनि श्री संजय कुमार ने कहा आज सुरेश गोयल यहां आए हैं इनका पूरा परिवार धर्म संघ में अभूतपूर्व सेवाएं दे रहा है। इनके पिताजी बिशनदयाल गोयल को अच्छी तरह से जानता हूं और उनके पूरे परिवार में धर्म संघ के प्रति गुरु के प्रति जो निष्ठा है, वह बहुत अच्छी है। मुनि श्री प्रकाश कुमार ने कहा गोयल परिवार की सेवाएं धर्म संघ में अभूतपूर्व है। मुनि श्री सिद्धप्रज्ञ ने कहा कल्याण मित्र गोयल परिवार अपने आपके अंदर एक आदर्श परिवार है. गोयल पिछले काफी सालों से धर्म संघ में बहुत महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं. यह बहुत मिलनसार धार्मिक और चरित्रवान व्यक्ति है. ऐसे व्यक्ति धर्म संघ में आते हैं तो धर्म संघ की ओर शोभा बढ़ जाती है।
इस अवसर पर सुरेश गोयल ने कहां मैं व्यवस्था की दृष्टि से जरूर महासभा का अध्यक्ष हूं किंतु मैं पहले श्रावक हूं। में अपने कर्तव्य का पालन करता रहूंगा. अहंकार से दूर रहते हुए धर्म संघ की सेवा करता रहूं, यह मेरी भावना है। में धर्मसंघ के विकास में जितना हो सके अपना योगदान देता रहूं। यह तेरापंथ भवन जो प्रज्ञा विहार के नाम से है उपयोगी लग रहा है, इसका और विकास होता रहे यह मंगल कामना है. सभा के लोगों को चाहिए आसपास के क्षेत्रों का भी ध्यान रखें तो उनका भी विकास होता रहे।
तेरापंथ सभा काकरोली के अध्यक्ष प्रकाश सोनी ने गोयल का स्वागत करते हुए कहा गुरुदेव की कृपा से हमें मुनि संजय कुमार का प्रथम चौमासा मिला. बहुत अच्छे-अच्छे धर्म संघ के प्रभाव शाली कार्यक्रम हुए. मैं गोयल के प्रति मंगल कामना करता हूं, आप और अधिक स्वस्थ रहते हुए धर्म संघ की और सेवा करते रहे।
तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री मनीषा कच्छारा ने स्वागत किया. कार्यक्रम में अनुव्रत विश्व भारती के गणेश कच्छारा एवं तेरापंथ सभा के पूर्व अध्यक्ष चंद्र प्रकाश चोरडिया तथा नाथद्वारा से रमेश सोनी एवं कांतिलाल धाकड़ तथा साधना चोरडिया आमेट से प्रवीण ओस्तवाल आदि वरिष्ठ जन विशेष रुप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के पूर्व तेरापंथ सभा की ओर से सुरेश गोयल का मेवाड़ी परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया।