आम आदमी पार्टी ने महंगी बिजली एवं पेट्रोल-डीजल की दरों में कमी करके पीडि़त आमजन को राहत प्रदान करने की माँग की

News from - मोहित सेतिया (सह सचिव-आम आदमी पार्टी युवा मोर्चा, श्रीगंगानगर)

जिलेभर में प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन

     श्रीगंगानगर : आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष शंकर मेघवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने आज महंगी बिजली एवं पेट्रोल-डीजल की भारी-भरकम दरों के विरोध में जिलेभर में प्रदर्शन किया तथा प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर महंगी बिजली एवं पेट्रोल-डीजल की दरों में कमी करके, पीडि़त आमजन को राहत प्रदान करने की माँग की है। जिला मुख्यालय पर अति. जिला कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है। इस अवसर पर जिला सचिव एडवोकेट कुलविन्द्र सिंह, जिला मीडिया प्रभारी वारिस मेघवाल, श्रीगंगानगर विधानसभा अध्यक्ष हेतराम छिम्पा, प्रवक्ता सुनील पासी, युवा मोर्चा विधानसभा अध्यक्ष जसप्रीत सिंह बराड़, उपाध्यक्ष अक्षदीप सिंह सिद्धु, युवा मोर्चा सह सचिव मोहित सेतिया, एससी एसटी मोर्चा अध्यक्ष बलजिन्द्र सिंह भाखर, एडवोकेट  अशोक वर्मा, बार एसोसिएशन पूर्व उपाध्यक्ष एडवोकेट विक्रम पूनिया, राजू घोड़ेला, उज्ज्वल वर्मा सहित आम आदमी पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

     इस मौके पर जिलाध्यक्ष शंकर मेघवाल ने कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस शासित पंजाब में कुछ समय पश्चात होने वाले चुनावों को देखते हुए बिजली की दरों में कटौती की गई है, उसी प्रकार राजस्थान में भी महंगी बिजली एवं पेट्रोल-डीजल की दरों में कमी करके पीडि़त आमजन कोराहत प्रदान की जाए। वर्तमान में देश में सर्वाधिक बिजली की दर राजस्थान में है। राजस्थान में भी दो वर्ष बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। जबकि कांग्रेस शासित पंजाब में चार माह बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसलिए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 1 नवम्बर, 2021 को बिजली की दरों में कटौती की है। अब पंजाब में बिजली की नई दरों और राजस्थान में वसूली जाने वाली दरों में भारी-भरकम अंतर हो गया है। सवाल उठता है कि कांग्रेस जब पंजाब में सस्ती बिजली दे सकती है तो राजस्थान में क्यों नहीं? आखिर राजस्थान में भी तो कांग्रेस की सरकार है। 

     जबकि राजस्थान में देश में सर्वाधिक बिजली की दरें हैं। राजस्थान में सामान्य वर्ग के घरेलू उपभोक्ताओं से 50 यूनिट तक के 4 रुपए 75 पैसे यूनिट वसूला जाता है, जबकि पंजाब में 100 यूनिट तक मात्र एक रुपया 19 पैसे लिए जा रहे हैं। इसी प्रकार राजस्थान में 50 से 150 यूनिट तक के 6 रुपए 50 पैसे प्रति यूनिट और पंजाब में 4 रुपए प्रति यूनिट लिए जा रहे हैं। 150 से 300 यूनिट तक राजस्थान में 7 रुपए 35 पैसे तथा पंजाब में 4 रुपए एक पैसा प्रति यूनिट लिया जा रहा है। 500 यूनिट से अधिक पर राजस्थान में 7 रुपए 95 पैसे जबकि पंजाब में 5 रुपए 76 पैसे प्रति यूनिट लिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त राजस्थान में शहरी कर, फ्यूल चार्ज, विद्युत चार्ज के नाम पर भी उपभोक्ता से अनेक प्रकार से वसूली की जाती है। राजस्थान में भी दो वर्ष बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। सवाल उठता है कि राजस्थान में बिजली दरों में कटौती कब होगी? महंगी बिजली होने की वजह से राजस्थान में उपभोक्ताओं को भारी परेशानी हो रही है। कई शहरों में तो सीवरेज शुल्क भी वसूला जा रहा है।

     जिलाध्यक्ष शंकर मेघवाल ने कहा कि दीपावली पर्व पर केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर एक्साईज डयूटी कम की गई है। इससे पेट्रोल 5 रू. तथा डीजल की दरों में 10 रूपये की कमी आई है। इसी प्रकार पंजाब सहित अनेक राज्यों द्वारा भी अपने-अपने राज्यों में वेट की दरों में कमी की गई है, इससे राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में दूसरे राज्यों की तुलना में पेट्रोल-डीजल की दरों में लगभग 21 रूपये प्रति लीटर का अंतर आ गया है। भारत में सबसे महंगा-डीजल पेट्रोल राजस्थान में मिल रहा है तथा राजस्थान में भी सबसे महंगा डीजल-पेट्रोल श्रीगंगानगर जिले का किसान, आमजन खरीदने के लिए मजबूर है।  

     आम आदमी पार्टी ने पुरजोर शब्दों में मुख्यमंत्री से माँग की है कि अविलम्ब महंगी बिजली एवं पेट्रोल-डीजल की दरों में कमी करके पीडि़त आमजन को राहत प्रदान की जाए। राजस्थान में कांग्रेस सरकार डीजल और पेट्रोल पर वेट पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा के बराबर करे, अन्यथा महंगी बिजली व पेट्रोल-डीजल की दरों के विरोध में आम आदमी पार्टी सडक़ों पर उतरकर जन आंदोलन करेगी, जिसकी समस्त जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी।