शुक्रवार को निकलेगी श्रीजी की शोभायात्रा, होगा फूलों की होली का भव्य आयोजन

News from - अभिषेक जैन बिट्टू 

सिद्धचक्र महामंडल विधान पूजन का समापन शुक्रवार को 

     जयपुर। धर्म नगरी जयपुर शहर के श्याम नगर स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में अष्टानिक महापर्व के शुभावसर पर गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी संसंघ सानिध्य में चल रहा "सिद्धचक्र महामण्डल विधान पूजन " शुक्रवार को भगवान आदिनाथ स्वामी के कलशाभिषेक, शांतिधारा, हवन और श्रीजी की भव्य रथ शोभायात्रा के साथ संपन्न होगा। 

     मन्दिर समिति ट्रस्टी राजकुमार पाटनी और राजकुमार सेठी ने जानकारी देते हुए बताया कि गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी संसंघ सानिध्य में पिछले आठ दिनों से गीत-संगीत और जयकारों के साथ सिद्धचक्र महामण्डल विधान पूजन का भव्य आयोजन चल रहा है इस दौरान प्रतिदिन 108 श्रावक और श्राविकाएं अपने कर्मों की निर्जरा के लिए श्रद्धा और भक्ति के साथ अर्घ चढ़ा रहे है। गुरुवार को कुल 1008 अर्घ चढ़ाए गए।

     शुक्रवार को सिद्धचक्र महामण्डल विधान पूजन का समापन होगा। इस अवसर पर शुक्रवार को प्रातः 6 बजे आदिनाथ भगवान के पंचामृत कलशाभिषेक एवं माताजी के मुखारविंद शांतिधारा के आयोजन के पश्चात प्रातः 7 बजे हवन, प्रातः 8.30 बजे श्रीजी की भव्य नगर रथ-शोभायात्रा होने के बाद प्रातः 9.30 बजे से गीत-संगीत के साथ भव्य फूलों की होली खेलने का भव्य आयोजन किया जाएगा।

सिद्धो की आराधना ही सच्ची साधना : गणिनी आर्यिका गौरवमती

     अष्टानिक पर्व के अवसर पर चल रहे सिद्धचक्र महामण्डल विधान पूजन की महिमा का गुणगान करते हुए गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी ने कहा कि " सिद्धचक्र महामण्डल जिन्होंने सिद्धि को प्राप्त कर मोक्ष के मार्ग को अपनाया और अपने आप को सिद्ध किया उनकी आराधना करने का मार्ग है। जो सिद्धचक्र महामण्डल विधान के माध्यम से सिद्धो को आराधना करते है वह सच्ची साधना के मार्ग को प्राप्त करते है। "