इंडिया पोस्ट हाल के दिनों में सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और ईमेल/एसएमएस के माध्यम से प्रसारित होने वाले विभिन्न यूआरएल/वेबसाइटों को देख रहा है, जिसमें कुछ सर्वेक्षणों, प्रश्नोत्तरी के माध्यम से सरकारी सब्सिडी प्रदान करने का दावा किया गया है।
जयपुर नगर मण्डल की प्रवर अधीक्षक प्रियंका गुप्ता ने बताया कि हम देश के नागरिकों को सूचित करना चाहते हैं कि भारतीय डाक ऐसी किसी भी गतिविधि जैसे कि सब्सिडी, बोनस या सर्वेक्षण के आधार पर पुरस्कार आदि की घोषणा करना में शामिल नहीं है । ऐसी सूचनाएं/संदेश/ईमेल प्राप्त करने वाले लोगों से अनुरोध है कि वे इस तरह के नकली संदेशों पर विश्वास न करें या इसका जवाब न दें। नकली संदेश या कोई व्यक्तिगत विवरण साझा नहीं करें। यह भी अनुरोध किया जाता है कि किसी भी व्यक्तिगत रूप से पहचान योग्य जानकारी जैसे कि जन्म तिथि, खाता संख्या, मोबाइल नंबर, जन्म स्थान और ओटीपी आदि भी साझा न करें।
उन्होंने बताया कि विभाग विभिन्न रोकथाम तंत्रों के माध्यम से इन यूआरएल/लिंक्स/वेबसाइटों को हटाने एवंे रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रहा है। बड़े पैमाने पर जनता से एक बार फिर अनुरोध किया जाता है कि वे किसी भी नकली / नकली संदेशों / संचार / लिंक पर विश्वास न करें या उनका जवाब न दें।