THE KERALA STORY

News from - अवधेश प्रताप सिंह

     कानपुर (उत्तर प्रदेश). द केरल स्टोरी आज देशभर में रिलीज हुई है। एंटी ट्रुथ लॉबी और धर्मांतरण कराकर हिंदू, ईसाई  लड़कियों का ब्रेनवाश कर, उनका धर्म परिवर्तन कराने वाले लव जिहाद गैंग के लोग क्या क्या जुल्म ढहा रहे हैं। फिल्म उसकी सच्ची कहानी सुना रही है। सीरिया, जॉर्डन और सूडान में आईएसआईएस के हाथों बेची गई इन लड़कियों की कहानी पिछले दो दिनों से टीवी चैनल एबीपी रात के मास्टरस्ट्रोक में भी दिखा रहा है । इन लड़कियों के केरल स्थित घर से इन बेबसों की दर्दनाक कहानी उन्हीं की जुबानी सुनाई जा रही है। 

     शिकार हुई लड़कियों के घरों से सब कुछ लाइव दिखाया जा रहा है। केरल स्टोरी क्या क्या दिखाती है? इसका सच्चा खुलासा दर्शक सिनेमाघरों में आज से देख रहे हैं। उधर, रात नौ बजे एबीपी चैनल लव जिहाद की सच्ची और तीसरी किश्त दिखाने वाला है। केरल में हिंदुओं, खासकर ब्राह्मणों की बेटियां किस तरह फंसाकर आइसिस को बेची जा रही हैं, फिल्म में देखिए और रात को चैनल पर सीधे शिकार लड़कियों के घरों से एबीपी के मास्टरस्ट्रोक में लाइव। तब शायद केरल के जबरिया इस्लामिकीकरण की कहानी सहज समझ आ जाए । 

     फिल्म को प्रदर्शन से रोकने की बड़ी कोशिशें वामपंथी लॉबी ने की लेकिन हाईकोर्ट और फिर दूसरी बार सुप्रीमकोर्ट ने फिल्म को प्रदर्शन से रोकने से इंकार कर दिया। केरल स्टोरी के निर्माता विपुल शाह ने उसी तरह की दिलेरी दिखाई, जैसे कुछ समय पूर्व टाइम फिल्म लेकर आए द कश्मीर फाइल्स के निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने दिखाई थी। बजरंगदल को पीएफआई के सम्मुख रखकर उस पर बैन लगाने को आमादा विपक्षी लॉबी केरल स्टोरी के समर्थन में एक शब्द कहने को तैयार नहीं। वृंदा करात और स्वरा भास्कर जैसी एक्टिविस्ट ने भी लब सिल लिए हैं । केरल में ऐसा करते हैं यह स्वीकार करते हुए उनकी रूह कांप रही है ।

     लंबे समय से भारत सरकार के पास रिपोर्ट आ रही हैं कि केरल की वामपंथी सरकार असामाजिक तत्वों से मिलकर केरल को इस्लामिक प्रदेश बनाने में सक्रिय है । हाल तक इस दिशा में पीएफआई अहम भूमिका निभा रही थी, जिसकी कमर तोड़ दी गई हैलेकिन लव जिहाद केरल में एक भयावह रूप धारण कर चुका है । केरल ऐसा प्रांत हैं जहां सशक्त इस्लामिक लॉबी बड़े पैमाने पर धर्मांतरण करा रही है। ईसाई लॉबी भी दशकों से इसी काम में लगी हुई है । 

     परिणाम यह कि आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली केरल में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं। अफसोस जनक बात है कि लव जिहाद का शिकार हिंदू ही नहीं, ईसाई लड़कियों को धड़ल्ले से बनाया जा रहा है। कैसे, यह जानने के लिए जब भी मौका मिले द केरल स्टोरी देखिए। कुछ समझ आए तो बताइएगा जरूर। हजारों सत्य घटनाओं पर आधारित यह फिल्म देखने का साहस जुटना हर किसी के बस में नहीं,मजबूत जिगरा चाहिए। यह फिल्म देख पाना कश्मीर फाइल्स से कम मुश्किल काम नहीं होगा । ऐसी फिल्मों का असर दिलों दिमाग पर पड़ता है। परंतु सच जानने हों तो दिल थामकर फिल्म देखनी चाहिए।

     मैं ने स्वयं आज देखी और यह ईश्वर को साक्षी मानकर कह सकता हूं की सत्य को दिखाने समझाने जा प्रयास अच्छा हुआ है। अब हमे दो कार्य करने हैं एक तो देखकर समझकर स्वय को और हमारे हिंदू समाज को सुधारना होगा और दूसरा द केरल स्टोरी को भरपूर समर्थन देकर सफल बनाना होगा। जिससे भविष्य में इस तरह के सभी विषयों से जुड़े सत्य हमारे आपके सामने आ सके और कोई इनको रोकने का दुष्प्रयास करने की हिम्मत ना करे क्योंकि पूर्व में कश्मीर फाइल्स और अब केरल स्टोरी का विरोध मात्र इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इनका गंदा चेहरा सबके सामने आने को आतुर है।