रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज में विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन

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     जयपुर। आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने धूमधाम से पर्यावरण दिवस मनाया। इस अवसर पर कॉलेज की पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम का शुभारंभ रीजनल कॉलेज के वाइस चेयरमैन डॉ.अंशु सुराना और डायरेक्टर जनरल डॉ.बिंदु शर्मा ने दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना से किया । 

     छात्रों ने इस अवसर पर पौधरोपण कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षा पर नुक्कड़ नाटक, प्रदूषण के विषय में व्याख्यान दिया। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण संबंधित प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। छात्रों ने इन कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के महत्व को बढ़ावा दिया और अपने साथी छात्रों को भी इस मुहिम में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।

     नुक्कड़ नाटक में कॉलेज के छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करके पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सुझाव दिए। छात्रों के बीच आयोजित की गई प्रतियोगिताओं में पर्यावरण से संबंधित ज्ञान और चेतना को मजबूती से बढ़ाने का प्रयास किया गया।

     प्रमुख आकर्षण में से एक पौधारोपण कार्यक्रम रहा, जिसमें छात्रों ने कॉलेज के परिसर में लगभग 500 से अधिक वृक्ष लगाए। यह कार्यक्रम पर्यावरण की सुरक्षा के लिए छात्रों को साथी छात्रों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम था। 

     इस अवसर पर,रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रधानाध्यापक ने छात्रों की प्रशंसा की और उनके पर्यावरण संरक्षण में योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, "पर्यावरण संरक्षण आज के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण है और आप सभी छात्रों ने इस अवसर को ध्यान में रखते हुए अपना योगदान दिया है। यह साबित करता है कि हमारे युवा पीढ़ी पर्यावरण की रक्षा में सक्षम है और  हमें उनकी निष्ठा पर गर्व होना चाहिए।" 

     कार्यक्रम  में सभी अभियांत्रिकी विभागों के विभागाध्यक्ष डॉ. केदार नारायण बेरवा इंजी. मधुमेह सेन, इंजी. महेंद्र सैनी, इंजी. सौरभ पाटनी, डॉ. धर्मेंद्र सक्सेना, डॉ.मोहित गुप्ता, कुमारी अश्विनी, डॉ. रेनू सक्सेना, सहायक प्रोफेसर राधेश्याम सिंह सिकरवार, नितिशा भार्गव उपस्थित रहे।

     छात्रों की इस पहल के माध्यम से, पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाने और अपने आस-पास के पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सक्रिय योगदान करने की प्रेरणा दी गई।