News from - Arvind Chitransh
आजमगढ़। 25 से 30 नवंबर 2023 को अगला अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम, भारत का उद्घाटन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी करेंगे। ऐसा प्रयास और जुगत आजमगढ़ के लोकप्रिय सांसद और फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' और अंतरराष्ट्रीय संयोजक अरविंद चित्रांश के प्रयास से यह अनुमान लगाया जा रहा है।
नवंबर के अंतिम सप्ताह में होने वाला अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम, भारत के उद्घाटन सत्र के मुख्यअतिथि के रूप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के उपस्थित से पूर्वांचल के साथ पूरे विश्व- मॉरीशस, सूरीनाम, फिजी, कोलंबो, नेपाल आदि देशों और अंडमान निकोबार द्वीप समूह से भोजपुरी के प्रमुख कलाकार, विद्वान, साहित्यकार, नाटककर्मी, नृत्यकार और संस्कृतिकर्मियों को आजमगढ़ के साहित्यिक और सांस्कृतिक धरती पर उतारकर भारतीय लोकसंस्कृतियों का परचम लहराते हुए, पूर्वांचल के साहित्यिक, सांस्कृतिक गरिमा और महत्व को दर्शना एकमात्र उद्देश्य होगा।
पूर्वांचल की धरती से दुनिया में फैले लगभग 25 करोड़ से ज्यादा भोजपुरी भाषा - भासियों को एकता के सूत्र में जोड़ने वाली भोजपुरी भाषा, साहित्य और संस्कृति का महासंगम- अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत के संयोजक, पूर्वांचल के जाने-माने प्रमुख समाजसेवी एवं लोककला, प्रकृति पर्यावरण संरक्षक अरविंद चित्रांश के द्वारा पूर्वांचल की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरती तमसा के तट आजमगढ़ में राष्ट्रीय कला सेवा संस्थान द्वारा अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत की शुरुआत 2002 में हुई थी। जिसमें तत्कालीन राज्यपाल महामहिम आचार्य विष्णुकांत शास्त्री का मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे।
चार दिवसीय महासंगम में लोकगीत, लोकनृत्य (धोबिया, कहरवा, जांघिया, पवरिया आदि) लोकनाट्य, नौटंकी, विदेशिया, लोककला प्रदर्शनी, अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी कवि सम्मेलन और भोजपुरी फिल्म फेस्टिवल के माध्यम से भारतीय लोकसंस्कृति का बढ़ावा देते हुए भोजपुरी भाषा, साहित्य और संस्कृति का समुचित रूप से प्रचार-प्रसार करते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विद्वान, कलाकार, साहित्यकार, कवि, नाटककार और फिल्मी हस्तियां आमंत्रित होंगी।