कॉलेजदुनिया कनेक्ट 4.0: ग्रामीण युवा सशक्तिकरण में उत्कृष्टता के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सम्मानित

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     जयपुर। 20 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली के जे.डब्ल्यू. मैरियट, एरोसिटी में आयोजित कॉलेजदुनिया कनेक्ट 4.0 शिक्षा शिखर सम्मेलन में, विश्वविद्यालय ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर को कॉलेजदुनिया एक्सीलेंस अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विश्वविद्यालय को ग्रामीण युवा सशक्तिकरण में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।

पुरस्कार का महत्व

     इस पुरस्कार के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को शिक्षा, कौशल विकास और सशक्तिकरण के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्यों को मान्यता दी गई। विश्वविद्यालय ऑफ टेक्नोलॉजी ने अपने विभिन्न अभियानों और कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में अग्रणी भूमिका निभाई है।

विश्वविद्यालय की विशेष उपलब्धियां

ग्रामीण शिक्षा केंद्रों की स्थापना: विश्वविद्यालय ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की पहुंच बढ़ाने के लिए विशेष केंद्र स्थापित किए हैं।

कौशल विकास कार्यक्रम: युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने हेतु आधुनिक और उद्योग-केंद्रित कौशल प्रदान करने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा: ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने और नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं।

डिजिटल साक्षरता अभियान: डिजिटल तकनीक और उपकरणों के उपयोग में ग्रामीण युवाओं को दक्ष बनाने के लिए अभियान चलाए गए।

     इस गौरवपूर्ण अवसर पर विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. अंशु सुराना ने कहा: "यह पुरस्कार हमारे द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए कार्यों और हमारे समर्पण का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य न केवल शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर को सुधारना है। यह सम्मान हमें और अधिक प्रेरित करता है कि हम अपने प्रयासों को जारी रखें और अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंचें।"

     विश्वविद्यालय ने ग्रामीण युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए अगले कुछ वर्षों में और अधिक विस्तार योजनाएं बनाई हैं। इनमें शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी कौशल, व्यक्तित्व विकास, और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।

     यह पुरस्कार कॉलेजदुनिया कनेक्ट 4.0 के मंच पर विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता और समाज के प्रति योगदान को सराहने का प्रतीक है। इसने न केवल विश्वविद्यालय के प्रयासों को मान्यता दी, बल्कि अन्य शिक्षण संस्थानों को भी ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रेरित किया है।